रांची : झारखंड में यूरिया खाद की कालाबाजारी की खबरों के बीच राजधानी रांची में कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की पहल शुरू कर दी गयी है. रांची सदर के एसडीओ लोकेश मिश्रा की अगुवाई में एक जांच दल का गठन किया गया है, जिसने अपना काम शुरू कर दिया है. रविवार को श्री मिश्रा के नेतृत्व में कई दुकानों में जांच की गयी.
इस दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण जारी गाइडलाइन के अनुपालन को भी सुनिश्चित करवाया जा रहा है. जहां भी टीम जांच के लिए गयी, वहां सोशल डिस्टैंसिंग का सभी लोगों को पालन करने की हिदायत दी. रविवार को अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जिस टीम का गठन किया गया है, उसमें जिला कृषि पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी शामिल हैं.
इस टीम गठित ने विभिन्न प्रखंडों का दौरा किया और यूरिया की दुकानों पर सोशल डिस्टैंसिंग तथा कोविड19 संबंधी अन्य सावधानियों की जांच की. इस दौरान दुकान संचालकों को कोरोना वायरस के संक्रमण (कोविड19) से बचाव हेतु जरूरी मानकों का अनुपालन करने का निर्देश दिया.
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जांच अभियान चलाया गया के दौरान किसानों/खरीददारों से बिक्री मूल्य इत्यादि के बारे में भी टीम ने जानकारी ली. सभी यूरिया विक्रेताओं को हिदायत दी गयी कि इसकी बिक्री निर्धारित कीमत पर ही करें. मीडिया में यूरिया खाद की मनमाने दाम पर बिक्री की खबरों के बाद प्रशासन हरकत में आयी और यूरिया विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी.
प्रशासन के पास पहले जो शिकायतें मिलीं थीं, उनके आलोक में जांच टीम ने विभिन्न दुकानदारों के स्टॉक रजिस्टर का मिलान गोदाम में उपलब्ध सामग्री से की किया. इसका उद्देश्य यूरिया खाद की कालाबाजारी रोकना है, जिसकी लगातार शिकायतें हाल के दिनों में आयी हैं.
अनुमंडल पदाधिकारी लोकेश मिश्रा ने कहा, ‘किसानों के हित एवं पूर्व में प्राप्त शिकायतों के मद्देनजर इस तरह के जांच अभियान आगे भी चलाये जाते रहेंगे. इसके अतिरिक्त कोविड19 से संबंधित मानकों के अनुपालन की भी जांच समय-समय पर की जायेगी. किसी तरह की अनियमितता मिलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी.’
Posted By : Mithilesh Jha