प्रतिनिधि, रानीश्वर(दुमका): दुमका जिला एक बार फिर से पशु तस्करी का कोरिडोर बनने लगा है. हर दिन वाहनों से पशुओं की तस्करी हो रही है. खासकर गोवंशीय पशुओं की. बिहार से दुमका के रास्ते पश्चिम बंगाल के हाट-बाजारों में मवेशियों को भेजा जा रहा है. शनिवार को पशु तस्करी के चल रहे धंधे का खुलासा उस वक्त हुआ, जब अहले सुबह रघुनाथपुर बरमसिया पथ पर धनबासा गांव के पास मवेशी लदा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसे रानीश्वर पुलिस ने जब्त किया. इस ट्रक पर 22 मवेशी लदे हुए थे.
ट्रक में बड़ी ही क्रूरतापूर्ण तरीके से मवेशियों को लादा गया था. यही वजह रही थी कि दो मवेशी मरे पाये गये. मिली जानकारी के अनुसार ट्रक नंबर बीआर 10 जीबी 3510 पर मवेशियों के पैर बांध कर छोटे से छह चक्का वाले ट्रक में इतने मवेशी को लादे हुए थे. धनबास के पास ट्रक के पीछे का चक्का खुल जाने से ट्रक वहीं पर फंस गया. मौका देखकर ट्रक का चालक, खलासी व अन्य फरार हो गये. रानीश्वर थाना को सूचना मिली तो थाना प्रभारी गगन कुमार मित्र ने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया.
मृत मवेशियों को वही पर दफना दिया गया. जबकि जिंदा मवेशियों को धनबासा पंचायत के मुखिया बबलू टुडू के उपस्थिति में स्थानीय लोगों के जिम्मे लगा दिया गया. भूखे प्यासे ट्रक में कैद इन मवेशियों को स्थानीय लोगों ने ट्रक से उतार कर चारा व पानी पिलाया तथा पशु चिकित्सकों के द्वारा दवा भी दी गयी. सूचना पर पशुपालन विभाग की टीम भी धनबासा पहुंची तथा मवेशियों के स्वास्थ्य जांच की. पशु चिकित्सक डा दिलीप कुमार महतो व डा सरबर ने मवेशियों के स्वास्थ्य की जांच की. थाना प्रभारी श्री मित्र ने बताया कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है.
बता दे कि कई दिनों से बिहार से झारखंड के रानीश्वर होते हुए मवेशी व्यापारी ट्रकों पर मवेशी लाद कर प्राय: हर दिन बंगाल ले जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार कभी कभी मसानजोर के रास्ते भी मवेशियों को ट्रकों पर बंगाल ले जाया जाता है. दुमका से रामपुरहाट रोड के बरमसिया से आसनबनी होते हुए जीवनपुर मोड़ से कलाकाटा होते हुए मवेशी लदा ट्रक बंगाल में प्रवेश करता है. मवेशी व्यापारी बरमसिया से आसनबनी होते हुए जीवनपुर मोड़ से कलाकाटा से बंगाल सीमा में प्रवेश करने के लिए इस रास्ते को ही सुरक्षित मानते हैं.
Posted By: Pawan Singh