प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महेंद्र सिंह धौनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद लिखे पत्र में कहा कि दो बार के विश्व कप विजेता पूर्व क्रिकेट कप्तान नये भारत के परिचायक है जिसमें परिवार के नाम से किस्मत नहीं लिखी जाती. धौनी ने अपने ट्विटर पेज पर यह पत्र साझा किया है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि इंस्टाग्राम के जरिए संन्यास लेने वाले धौनी छह महीने के बाद ट्विटर पर एक्टिव नजर आये.
भारतीय कप्तान ने 14 फरवरी के बाद कोई ट्वीट नहीं किया था. इस दिन के बाद 20 अगस्त को करीब छह महीने बाद धौनी ने ट्वीट किया वो भी पीएम मोदी को धन्यवाद देने के लिए…14 फरवरी के बाद ऐसा नहीं कि धौनी सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं थे…वे इंस्टाग्राम पर लगातार पोस्ट शेयर करते रहते हैं जिससे उनके जीवन में जारी घटनाक्रम के बारे में उनके चाहने वालों को पता चलता रहता है. शनिवार को इंस्टाग्राम पर ‘मैं पल दो पल का शायर हूं ‘ गीत के साथ ‘मुझे शाम सात बजकर 29 मिनट से रिटायर्ड समझे’ संदेश डालकर सभी को हैरान कर देने के बाद सोशल मीडिया पर धौनी की यह पहली पोस्ट है.
मोदी ने पत्र में लिखा, आप नये भारत की भावना के महत्वपूर्ण उदाहरणों में से एक है जिसमें युवाओं की तकदीर परिवार के नाम से नहीं लिखी जाती. वे खुद अपना नाम और भाग्य बनाते हैं. यह मायने नहीं रखता कि हम कहां से जाते हैं जब तक हमें यह पता हो कि हमें कहां जाना है… आपने यह जज्बा दिखाया है और इसके साथ कई युवाओं को प्रेरित किया….
आगे मोदी ने यह भी लिखा कि सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर धौनी का आकलन अन्याय होगा क्योंकि उनका प्रभाव असाधारण रहा है… महेंद्र सिंह धौनी नाम सिर्फ आंकड़ों या मैच जिताने में भूमिकाओं के लिये याद नहीं रखा जायेगा… सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर उनका आकलन ज्यादती होगी. प्रादेशिक सेना में मानद् लेफ्टिनेंट कर्नल धौनी ने प्रधानमंत्री को प्रशंसा के लिये धन्यवाद दिया….उन्होंने कहा कि एक कलाकार, सैनिक या खिलाड़ी प्रशंसा ही चाहता है. वह यही चाहता है कि उसकी मेहनत और बलिदान को पहचान और प्रशंसा मिले…आपकी प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिये धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी….
प्रधानमंत्री ने लंबे पत्र में धौनी के शांतचित्त रवैये की भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी हेयरस्टाइल क्या है. आपका शांत रवैया हार और जीत में समान रहा जो हर युवा के लिये काफी अहम है….धौनी अपने कैरियर में अलग अलग हेयरकट के लिये भी विख्यात रहे हैं. शुरूआती दौर में उनके लंबे बाल हुआ करते थे जिसकी एक समय पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी तारीफ की थी. उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों और विकेटकीपरों में शामिल करते हुए मोदी ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में आप भरोसेमंद साबित हुए और मैच को जीत तक ले जाने की आपकी शैली लोगों की यादों में पीढियों तक रहेगी , खासकर 2011 विश्व कप फाइनल….
पीएम मोदी ने लिखा कि एक छोटे शहर के साधारण परिवार से आने के बाद आप राष्ट्रीय स्तर पर चमके और अपना नाम रोशन करने के साथ भारत को गौरवान्वित किया जो सबसे महत्वपूर्ण है… धौनी की कामयाबी और व्यवहार करोड़ों युवाओं को ताकत और प्रेरणा देता है जो उनकी तरह बड़े स्कूलों या कॉलेजों में नहीं पढे या बड़े परिवारों से नहीं है लेकिन उनमें इतनी प्रतिभा है कि उच्चतम स्तर पर अलग पहचान बना सकें.
उन्होंने जोखिम लेने की क्षमता और उन्हें सफल बनाने के लिये भी धौनी की तारीफ करते हुए टी20 विश्व कप 2007 का उदाहरण दिया जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल के आखिरी ओवर में धौनी ने नये मध्यम तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा को गेंद सौंपी थी. मोदी ने कहा कि भारतीयों की यह पीढी जोखिम लेने और एक दूसरे की क्षमता पर भरोसा करने से नहीं हिचकिचाती… कठिन से कठिन समय में भी…. आपने कई मौकों पर जोखिम लेकर दबाव के हालात में उन युवाओं पर भरोसा जताया जिन्हें ज्यादा लोग जानते भी नहीं थे…
उन्होंने कहा कि टी20 विश्व कप 2007 का फाइनल इसका सटीक उदाहरण है. उन्होंने सैन्य बलों के लिये धौनी के योगदान की भी तारीफ की. धौनी ने पिछले साल क्रिकेट से ब्रेक लेकर कई सप्ताह प्रादेशिक सेना में अपनी यूनिट के साथ ट्रेनिंग में बिताये. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे सैनिकों के बीच आप सबसे खुश रहते थे. उनकी भलाई के लिये आपकी सोच भी सराहनीय है. उन्होंने यह भी कहा कि पेशेवर और निजी प्राथमिकताओं में संतुलन बनाना धौनी की खासियत है. उन्होंने कहा कि मुझे याद है एक खास पल जब आपके आसपास सभी जीत का जश्न मना रहे थे और आप अपनी प्यारी सी बेटी (जीवा) के साथ खेल रहे थे… यह घटना 2018 की है जब चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल खिताब जीता था. मोदी ने उन्हें भविष्य के लिये शुभकामना भी दी. उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि साक्षी (धौनी की पत्नी) और जीवा को आपके साथ अधिक समय मिलेगा.
Posted By : Amitabh Kumar