रांची : रांची पुलिस ने पीएलएफआइ के जोनल कमांडर परमेश्वर उर्फ प्रेम गोप को टाटीसिलवे थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. वह छह महीने से रांची में पहचान छिपा कर रह रहा था. उसने पुलिस को बताया है कि राजधानी में ग्रेनेड, एके-47 व कारबाइन से बड़े व्यवसायी की हत्या कर दहशत फैलाने की योजना थी. यह जानकारी एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
पुलिस के अनुसार, उसे गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया गया. एसएसपी ने बताया कि प्रेम गोप घाघीडीह जेल में बंद कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा तथा पलामू जेल में बंद हरि तिवारी से लगातार संपर्क में था. उनके गुर्गों की सहायता से रांची के विभिन्न थाना क्षेत्रों में व्यवसायियों और जमीन कारोबारियों को जान से मारने की धमकी देकर दहशत फैलाने और रंगदारी मांगने की योजना बना रहा था. संगठन में उसकी काफी महत्वपूर्ण भूमिका है. वह पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप से सीधे संपर्क में रहता था.
एसएसपी के अनुसार, परमेश्वर को पकड़ने के लिए सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गयी थी. अभय सिंह से रंगदारी मांगने और जानलेवा हमला कराने में था संलिप्त : एसपी ने बताया कि परमेश्वर गोप बिल्डर अभय सिंह से रंगदारी मांगने और जानलेवा हमला कराने के मामले में भी संलिप्त है. उसने ही गुर्गाें को हथियार, गोली और हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराया था.
इस मामले में 17 अगस्त को गिरफ्तार अपराधी रवि रंजन पांडेय, फिरोज, अमित और कुलदीप गोप ने पूछताछ में बताया था कि सुजीत सिन्हा के कहने पर परमेश्वर गोप ने कारबाइन, गोली और हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराया था. एसएसपी ने बताया कि पुलिस व उग्रवादियों के बीच गुमला के पालकोट में हुई मुठभेड़ में भी परमेश्वर शामिल था.
हाल के दिनों में परमेश्वर गोप पर इनाम के लिए गुमला जिला से प्रस्ताव भेजा गया था. गुमला एसपी ने पांच लाख तक इनाम होने का अनुमान लगाया था. अभी प्रस्ताव ही भेजा गया था. इसलिए इनाम की घोषणा नहीं हुई थी. फिलहाल परमेश्वर से रांची पुलिस को काफी कुछ जानना है. इसलिए उसे रिमांड पर लिया जायेगा. इसके लिए शीघ्र ही अदालत में आवेदन दिया जायेगा. हालांकि संगठन के बारे में उसने कई अहम जानकारी रांची पुलिस को दी है.
एसएसपी ने बताया कि परमेश्वर गोप के खिलाफ गुमला जिला में कुल 27 मामले दर्ज हैं. सबसे ज्यादा 11 मामले गुमला थाने में दर्ज हैं. उसके बाद पालकोट में आठ, बसिया थाना में सात और रायडीह थाना में एक मामले दर्ज हैं. इसमें नक्सल, आर्म्स एक्ट, हत्या, रंगदारी समेत अन्य मामले शामिल हैं. छापेमारी टीम में कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल, साइबर डीएसपी यशोधरा, कोतवाली इंस्पेक्टर बृज कुमार, कोतवाली थाना के एसआइ बृजेश कुमार, एएसआइ बलेंद्र कुमार आिद शामिल थे.
करीब छह माह से पहचान छिपा कर रह रहा था रांची में
पालकोट में हुई मुठभेड़ में भी शामिल था प्रेम गोप
Post by : Pritish Sahay