भागलपुर : जिले में कोरोना संक्रमण का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरुवार को भागलपुर जिले में कोविड19 के 76 नये मरीज मिले है. इस तरह जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4560 हो गयी है. दूसरी ओर गुरुवार को मायागंज अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड से नौ और कोविड केयर सेंटर घंटाघर से दो समेत कुल 11 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे. अब तक 3547 मरीजों ने कोरोना को मात दे दी है. फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 776 है. गुरुवार को पॉजिटिव आनेवालों में एक सिविल कोर्ट के स्टेनोग्राफर, पुलिस के जवान व कोर्ट में कार्यरत प्राइवेट पेशकार भी हैं.
मायागंज अस्पताल के कोविड आइसोलेशन वार्ड में गुरुवार को कोरोना संक्रमित 37 मरीज भर्ती किये गये. सभी बुधवार को पॉजिटिव हुए थे. इनमें से कुछ मरीजों की हालत गंभीर है. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार संक्रमित मरीजों की पहचान व उनके होम क्वारेंटिन कर देने से संक्रमण की रफ्तार कम होने लगती है. जिन कोरोना संक्रमित मरीजों की हालत स्थिर है, उन्हें घंटाघर स्थित कोविड केयर सेंटर व गंभीर मरीजों को मायागंज अस्पताल स्थित कोविड आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया जा रहा है.
टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, घंटाघर परिसर स्थित कोविड केयर सेंटर में इलाजरत दो कोरोना मरीज गुरुवार को स्वस्थ पाये गये. इनमें से एक नाथनगर व एक नारायणपुर प्रखंड के हैं. सेंटर के आयुष चिकित्सक डॉ अमित कुमार शर्मा ने जांच के बाद उन्हें घर भेजा. इधर, मायागंज अस्पताल के कोविड आइसोलेशन सेंटर में भी नौ मरीजों ने कोरोना पर विजय पायी. इन सबको 15 दिनों तक होम क्वारेंटिन में रहने की सलाह दी गयी.
इधर बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ ने छह सूत्री मांगों को लेकर 23 अगस्त से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी. संघ ने इसकी लिखित सूचना सिविल सर्जन को गुरुवार को दी. हड़ताल से कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज व जांच को लेकर काफी परेशानी हो सकती है. हाल ही में लैब टेक्निशियन हड़ताल पर चले गये थे. इनके हड़ताल से लौटने तक नर्स, हेल्थ मैनेजर व डॉक्टरों ने कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच की थी, लेकिन अनुबंध पर कार्यरत अगर सभी कर्मचारी हड़ताल पर गये, तो जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जायेगी. जिले के 47 डॉक्टरों के भरोसे हड़ताल पर जाने वाले कर्मियों की भरपाई नहीं हो सकती है.
posted by ashish jha