कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार गणपति उत्सव के दौरान बप्पा ऑनलाइन दर्शन देंगे. अधिकतर पूजा पंडालों ने जूम, फेसबुक और गूगल के जरिये गणपति के दर्शन और पूजन की ऑनलाइन व्यवस्था की गई है. दस दिन तक चलने वाले इस त्योहार की पूरी तैयारी लगभग हो चुकी है. यह 22 अगस्त यानी शनिवार से शुरू हो रहा है. कोरोना काल में यह उत्सव मनाया जा रहा है. इसलिए राज्य सरकारों ने कुछ गाइडलाइंस जारी किये हैं. आइए जानते हैं किस राज्य में त्योहार के दौरान क्या सावधानी बरतने को कहा गया है….
दिल्ली सरकार की गाइडलाइंस : बात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की करें तो यहां केजरीवाल सरकार ने इस साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिमा विसर्जन, बड़ी संख्या में एकत्र होने और सामुदायिक स्तर पर पर्व मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. यदि कोई यमुना नदी में गणेश मूर्ति का विसर्जन करता हुआ पाया जाता है तो उससे 50,000 तक का जुर्माना वसूला जाएगा. असामाजिक तत्वों और अफवाह फैलाने वालों पर खास नजर रहेगी. यदि कोई इस तरह की घटना में लिप्त पाया जाता है तो उसे सजा मिलेगी.
महाराष्ट्र में ऐसे मनेगा उत्सव : महाराष्ट्र…जहां कोरोना का प्रभाव सबसे ज्यादा है वहां सरकार की ओर से सख्त आदेश दिए गये हैं. यहां पूजा से पहले सभी गणेश मंडलों को नगर निगम और स्थानीय प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य है. यहां पंडालों में चार फुट से ज्यादा ऊंची प्रतिमा नहीं स्थापित करने को कहा गया है. यदि आप घर में भी प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं तो वह ज्यादा से ज्यादा दो फुट की होनी चाहिए. महाराष्ट्र सरकार ने अपनी गाइडलाइंस में कहा है कि मूर्ति के आगमन, स्थापना या विसर्जन के दौरान किसी भी जुलूस की अनुमति नहीं होगी. मंडल पदाधिकारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप अनिवार्य होगा. श्रद्धालुओं को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा. आरती के दौरान इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि भीड़ जमा ना हो और साथ ही ध्वनी प्रदूषण ना हो.
कर्नाटक में भी सख्ती : कर्नाटक में एक गांव या एक वार्ड में एक ही पंडाल स्थापित करने की अनुमति प्रदान की गयी है. सांस्कृतिक कार्यक्रम की यहां मनाही है. श्रद्धालुओं को मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना कर्नाटक में जरूरी है. यहां मूर्ति के आगमन, स्थापना या विसर्जन के दौरान किसी भी जुलूस की अनुमति सरकार की ओर से नहीं दी गयी है. विसर्जन यहां कुओं में करना होगा और घर के कुएं में ही.
तेलंगाना सरकार की अपील : तेलंगाना सरकार ने जनता से घर पर त्योहार मनाने की अपील की है. हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण भक्तों के बीच 80,000 मिट्टी की मूर्तियों की खरीद और वितरण करने का काम करेगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उत्सव घरों तक ही सीमित रहें. सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति विसर्जन या स्थापना की अनुमति सरकार ने नहीं दी है. सार्वजनिक उत्सव के आयोजन पर यहां रोक है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा ये : उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि गणेश चतुर्थी पर्व के अवसर पर कहीं भी पूजा पंडाल में कोई भी मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी. न ही कहीं शोभायात्रा की अनुमति सरकार ने दी है. प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पीस कमेटी की बैठक करेंगे और व्यवस्था बनाए रखने के लिए धर्म गुरुओं से भी पूरा सहयोग लेने का काम करेंगे. यही नहीं संवेदनशील और कंटेनमेंट जोन में अतिरिक्त पुलिसबल की तैनाती करके सघन जांच अभियान सूबे में चलाया जाएगा.
Also Read: Dhoni Retired : सिर्फ पीएम मोदी के लिए धौनी ने छह महीने बाद किया यह काम !
मध्य प्रदेश में गणेश उत्सव : मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने गणेश उत्सव में सार्वजनिक पंडाल लगाने की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है. सरकार ने धार्मिक स्थानों पर 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी भी लगा दी है. इसके अलावा भी सरकार ने कई अन्य प्रतिबंध लगाए हैं. मूर्तियों के लिए बड़े पंडाल लगाने की अनुमति नहीं दी गई है. केवल एक या दो लोगों को ही मूर्तियों को विसर्जन हेतु जाने की अनुमति दी गई है.
Posted By : Amitabh Kumar