Corona virus: कोरोना वायरस के कारण किसी भी तरह के धार्मिक, समाजिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक आयोजनों पर रोक लगी हुई है. इसी क्रम में देश की राजधानी दिल्ली में रामलीला के आयोजन पर भी संकट के बादल मंडरा रहे है. बीजेपी की दिल्ली इकाई और आरएसएस ने कहा है कि हर बार की तरह इस बार भी राजधानी दिल्ली में रामलीला का मंचन होगा.
हालांकि कोरोना को देखते हुए तमाम तरह की सावधानियां बरती जाएंगी. यह फैसला झंडेवालान टेंपल ऑडिटोरियम में हुई एक बैठक में लिया गया, जिसमें बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, दिल्ली के आरएसएस प्रमुख कुलभूषण आहूजा और रामलीला मंचन कमेटियों के वरिष्ठ सदस्य शामिल थे.
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और आरएसएस के प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा ने मंगलवार को झंडेवालान मंदिर में रामलीला समितियों के अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में कोरोना महामारी के बीच रामलीला का आयोजन किस तरह से किया जा सकता है इस विषय पर चर्चा की. चर्चा के बाद बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कम लोगों के साथ, कम समय के लिए गाइडलाइंस निर्धारित कर रामलीला के आयोजन की अनुमति दी जानी चाहिए.
बैठक में रामलीला के मंचन को लेकर कई तरह के सुझाव मिले. इस बार रामलीला का ऑनलाइन प्रसारण भी किया जा सकता है. दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रामलीला के मंचन पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए. जरूरत पड़ी तो इसके लिए हम राज्य सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से भी बात करेंगे. उन्होंने हाल ही में लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन का उदाहरण दिया और कहा कि कम लोगों की मौजूदगी में गाइडलाइंस का पालन करते हुए रामलीला की अनुमति दी जानी चाहिए.
बैठक में दिल्ली धार्मिक महासंघ के अध्यक्ष धीरजधर गुप्ता, अशोक गोयल देवराहा, गुलशन वीरमणि के साथ ही रामलीला कमेटियों के अध्यक्ष, महासचिव और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमितों की तादाद डेढ़ लाख के पार पहुंच चुकी है. कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण अब तक चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक लाख 38 हजार से अधिक लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं.
News Posted by: Radheshyam kushwaha