रांची : कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों में 12 से 14 अगस्त तक स्पेशल ड्राइव (फेज-2) चलाया था. इस दौरान 51,863 लोगों के सैंपल लिये गये, जिसमें 3094 कोरोना पॉजिटिव मिले. विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रति 10 लाख में टेस्ट का औसत बढ़ाने के लिए यह अभियान चलाया गया. नौ अगस्त तक राज्य में प्रति 10 लाख में 9953 टेस्ट का औसत था, जबकि विशेष अभियान के बाद प्रति 10 लाख में टेस्ट का औसत 11749 हो गया.
यानी 1796 टेस्ट प्रति 10 लाख में बढ़े हैं. आरटीपीसीआर से 17920, ट्रूनेट से 7793 और रैपिड एंटीजेन किट से 26150 सैंपल लिये गये. रैपिड एंटीजेन के 26150 सैंपल में 574 पॉजिटिव मिले. विभाग द्वारा कहा गया कि पॉजिटिविटी रेट 5.01% रहा है. विशेष अभियान का उद्देश्य कोविड जांच में तेजी लाना है, जिससे कि संक्रमितों की पहचान समय पर हो सके और उसे आइसोलेट किया जा सके.
40 हजार टेस्ट का लक्ष्य : विभाग द्वारा सोमवार व मंगलवार को चार जिलों में रांची, जमशेदपुर, पलामू और धनबाद में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. प्रत्येक जिले से 10 हजार सैंपल यानी कुल 40 हजार सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है.
हाइकोर्ट के एक जस्टिस व उनके रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव पाये गये : हाइकोर्ट के एक जस्टिस व उनके रिश्तेदार (ससुर) कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं. पॉजिटिव पाये जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया है. वह रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं. जस्टिस व उनके रिश्तेदार ने 16 अगस्त को अपना सैंपल जांच के लिए दिया था. उनके परिवार के अन्य सदस्यों का भी सैंपल लिया गया था. उनकी रिपोर्ट नहीं आयी है.
उल्लेखनीय है कि अब तक हाइकोर्ट के कई वरीय अधिकारी, कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी पॉजिटिव पाये जा चुके हैं. संक्रमण को रोकने के लिए हाइकोर्ट बिल्डिंग व कैंपस को लगातार सैनिटाइज किया गया है.
Post by : Pritish Sahay