Google Earthquake Prediction: गूगल ने फोन के जरिये भूकंप का अलर्ट देने का फीचर जारी किया है. इस फीचर को सबसे पहले कैलिफोर्निया में जारी किया जाएगा. गूगल के एंड्रॉयड स्मार्टफोन में एक्सेलेरोमीटर सेंसर होता है. जो मोशन को भी डिटेक्ट करता है, जिसके जरिए भूकंप का भी पता लग सकता है.
इस फीचर के जरिये अब दुनियाभर के एंड्रॉयड फोन यूजर्स को भूकंप का पता लगा पाएंगे. इस फीचर के तहत जब भी यूजर्स earthquake near me सर्च करेंगे, तो उन्हें भूकंप की जानकारी तेजी से मिल पाएगी. यह फीचर एंड्रॉयड 5.0 और उससे ऊपर वाले एंड्रॉयड फोन्स पर काम करेगा.
बता दें कि जापान, मैक्सिको और कैलिफोर्निया में भूकंप का पता लगाने के लिए पहले से ही जमीन आधारित सेंसर का इस्तेमाल होता है. गूगल ऐसी तकनीक पर काम कर रही है, जिससे आपका स्मार्टफोन earthquake detector का काम करेगा. इसका मतलब यह कि आपको भूकंप आने से पहले ही उसके बारे में पता चल जाएगा.
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गूगल इस फीचर को लाने के लिए पिछले चार सालों से टेस्टिंग कर रही थी. जानकारों का कहना है कि गूगल एंड्रॉयड स्मार्टफोन को मिनी सिस्मोग्राफ में बदल देगा, जिसके बाद दुनिया के 2.5 बिलियन एंड्रॉयड फोन यूजर्स को भूकंप के बारे में जानकारी देने में मदद करेंगे. आपके स्मार्टफोन में पहले से ही एक्सेलेरोमीटर सेंसर होता है जो यह बताता है कि फोन लैंडस्केप मोड में है या पोट्रेट मोड में. यह सेंसर मोशन डिटेक्ट करता है और गूगल भी इसकी मदद से ही भूकंप का पता लगाएगी.
गूगल ने भूकंप के अलर्ट भेजने के लिए यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) और कैलिफोर्निया के गवर्नर ऑफिस ऑफ इमरजेंसी सर्विसेज (Cal OES) के साथ सहयोग किया है. यह ShakeAlert द्वारा संचालित किया जाएगा, जो कैलिफोर्निया राज्य में स्थापित 700 से अधिक सीस्मोमीटर से संकेतों का इस्तेमाल करता है. शेकअलर्ट सिस्टम की वेबसाइट के अनुसार, शेकअलर्ट चेतावनी के संदेशों को ट्रिगर करने के लिए राज्यभर में सैकड़ों सिस्मोमीटर के उन संकेतों का उपयोग करता है, जिसमें भूकंप शुरू होने और झटके का जिक्र होता है.