पटना : पटना सहित पूरे बिहार में सॉल्वर गैंग कई वर्षों से सक्रिय है. बैंक में नौकरी लगवाने से लेकर मेडिकल की परीक्षा पास कराने के लिए गैंग मोटी रकम लेता है. गैंग के सदस्यों के तमाम बड़े लोगों से ताल्लुक हैं. गैंग चोरी छिपे अपने काम को अंजाम देता रहता है और हर विभाग में पद के हिसाब से भर्ती की रकम तय की जाती थी. गैंग के सक्रिय सदस्य सौरभ सुमन, उज्ज्वल सहित छह आरोपितों को बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के किराना गली स्थित विंध्याचल अपार्टमेंट से पकड़ने के बाद पुलिस को उसके बाकी सदस्यों की तलाश है. इनकी गैंग में अलग-अलग भूमिका थी. किसी ने परीक्षा दी, तो किसी ने अभ्यर्थियों को बुलाया था. पुलिस सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में लगी है.
जल्दी अमीर बनने के शॉर्टकट ने बना दिया सॉल्वर : पुलिस जांच में पता चला है कि अंतरराज्यीय सॉल्वर गैंग का मुख्य सरगना अतुलवत्स जहानाबाद जिले के बंधुगंज गांव का रहने वाला है. उसके पिता अरुण केसरी रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारी हैं. पुलिस के मुताबिक सरगना केपिता ने भी कॉमनवेल्थ गेम स्कैम में डिप्टी डायरेक्टर रहते हुए गड़बड़ी की थी, जिसके बाद वह सीबीआइ के शिकंजे में फंसे थे. अतुल का मुजफ्फरपुर में आलीशान मकान भी है. गैंग बनाने से पहले अतुल शहर के दीघा स्थित यूको बैंक बतौर पीओ की नौकरी कर चुका है. जल्दी अमीर बनने के चक्कर में उसने शॉर्टकट तरीका अपनाया और गैंग बना लिया.
गिरफ्तार आरोपितों के मुताबिक पढ़ाई के दौरान उसकी दोस्ती मेडिकल की छात्रा से हो गयी थी. उस छात्रा ने कुछ वर्ष बाद अतुल पर शादी का झांसा देकर यौनशोषण करने की एफआइआर एसकेपुरी थाने में दर्ज करायी थी. इसमें अतुल के माता-पिता, भाई, बहन और दो बहनोई को साजिश रचने का आरोपित बनाया था. नतीजन बाद में शादी करनी पड़ी थी.
पटना के एक बड़े शोरूम से खरीदे महंगे गहने : पुलिस को जांच में पता चला है कि उज्जवल कश्यप औरसौरभ सुमन की गर्लफ्रेंडों ने ठगी के पैसों से हाल ही में पटना के एक बड़े गहनों के शोरूम से लाखों के गहनेभी खरीदे हैं. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. पुलिस संबंधित शोरूम मालिक से भी पूछताछ कर रही है. अतुलवत्स की पत्नी एमबीबीएस है और खुद का एक क्लिनिक चलाती है.जबकि सौरभ सुमन की गर्लफ्रेंड बीबीए कर चुकी है. वह, मेडिकल कीतैयारी करने वाली छात्राओं को काउंसेलिंग कर इन शातिरों से सेटिंग कराती थी.