राजस्थान में सियासी घमासान के बीच विधानसभा में बीजेपी को मात देने के लिए कांग्रेस ने फ्रंट टीम तैयार की है. पार्टी 14 अगस्त से शुरू होने वाली सत्र के लिए किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान के निर्देश के बाद सीएम गहलोत ने सभी मोर्चे पर लोगों को तैनात कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस सत्र के लिए तीन मोर्चे पर घेराबंदी करने की तैयारी में है, पहला मोर्चा सदन की अंदर विधानसभा पर. वहीं दूसरा मोर्चा, विधायकों को एकजुटता रखने के लिए और तीसरा मोर्चा मीडिया में विपक्ष के हमले पर पलटवार करने के लिए.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शांती धारीवाल को विधानसभा में फ्लोर पर बहस और नियम के मुताबिक कार्यवाही संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. दूसरे वरिष्ठ मंत्री बीडी कल्ला उनका सहयोग करेंगे. वहीं सचेतक महेश जोशी और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा को विधायकों को एकजुट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है जबकि कैबिनेट मंत्री प्रताप खाचरियावास, ममता भूपेश और सोले मोहमद के विपक्ष के हमला पर पलटवार की जिम्मेदारी दी गई है.
पायलट गुट के शामिल होने पर संशय– बता दें कि सचिन पायलट गुट को विधानसभा सत्र में शामिल होने पर संशय बरकरार है. समाचार एजेंसी से बात करते हुए पायलट गुट के एक विधायक ने कहा कि अभी सत्र में शामिल होने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. आने वाले समय में इसपर निर्णय लिया जा सकता है.
गौरतलब है कि राजस्थान में वर्तमान में विधानसभा की 200 सीट है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 101 विधायक की जरूरत है. राजस्थान में वर्तमान में कांग्रेस ने 102 विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपी है. यानी गहलोत सरकार का दावा है कि पायलट गुट के बगावत के बावजूद उसके पास 102 विधायक है. वहीं सचिन पायलट गुट के पास 3 निर्दलीय विधायक सहित 22 विधायक है, जबकि बीजेपी गठबंधन के पास 75 विधायक है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra