प्रस्ताव तैयार : स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा कैबिनेट के पास
रांची : राज्य के 4500 विद्यालयों को अगले शैक्षणिक सत्र के पूर्व लीडर स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा. झारखंड शिक्षा परियोजना ने विद्यालयों को चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी कर ली है. इनमें शिक्षक,भवन, प्रयोगशाला व पुस्तकालय सहित अन्य संसाधन उपलब्ध कराने तथा इन्हें लीडर स्कूल बनाने का प्रस्ताव अब कैबिनेट को भेजा जायेगा. विद्यालयों में कुल स्वीकृत पद तथा वर्तमान में कार्यरत शिक्षकों की संख्या जिलों से मांगी गयी थी. इसके अलावा अन्य संसाधनों पर होनेवाले खर्च का भी आकलन किया गया है.
विद्यालय मॉडल स्कूल के रूप में होंगे विकसित, जैक ने प्रक्रिया पूरी की
बनाया जायेगा मॉडल स्कूल : लीडर स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जायेगा, ताकि दूसरे विद्यालयों को भी इनके अनुुरूप विकसित किया जा सके. हर पंचायत में एक स्कूल के अलावा जिला स्कूल व कुछ अन्य स्कूलों को लीडर स्कूल बनाया जायेगा, जहां पहली से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई होगी. विद्यालयों का सर्टिफिकेशन भी होगा तथा इन्हें एक साल में कम से कम ब्रॉन्ज सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा.
सबसे अधिक स्कूल गिरिडीह में चिह्नित : लीडर स्कूल के रूप में विकसित करने केे लिए सबसे अधिक 368 स्कूल गिरिडीह जिले में चिह्नित किये गयेे हैैं. रांची में 302, पलामू में 282, हजारीबाग में 255, धनबाद में 255, बोकारो में 239, पश्चिमी सिंहभूम में 219 ,पूर्वी सिंहभूम में 217, गढ़वा में 214, दुमका 207, गोड्डा में 205, देवघर में 194, साहिबगंज में 163, गुमला में 160, चतरा में 154, खूंटी में 87 और सबसे कम 66 विद्यालय लोहरदगा में चिह्नित किये गये हैं.