मुंबई/कोलकाता : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार को एक साक्षात्कार में शामिल होने को कहा है. इस साल के अक्टूबर महीने में एसबीआई चीफ रजनीश कुमार का कार्यकाल पूरा हो रहा है. इसके बाद यह पद खाली हो जाएगा. सरकार की ओर से साक्षात्कार देने के लिए बुलाए जाने के बाद एसबीआई चीफ के कार्यकाल को बढ़ाए जाने की अटकलें तेज हो गयी हैं. अंग्रेजी के अखबार इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार एसबीआई के चीफ के लिए तीन प्रबंध निदेशकों (दिनेश कुमार खारा, अरिजीत बसु और सीएस सेट्टी) ने भी साक्षात्कार दिया है.
इकोनॉमिक टाइम्स ने लिखा है कि आगामी 18 या 19 अगस्त को बैंक्स बोर्ड ब्यूरो की ओर से एसबीआई चीफ का साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा. एसबीआई में चौथे प्रबंध निदेशक का भी पद खाली पड़ा हुआ हुआ है. हालांकि, यह एक चेयरमैन के लिए अभूतपूर्व होगा कि वह उस स्थिति के लिए साक्षात्कार के एक पैनल का हिस्सा हो, जो पहले से ही उसके पास है. मामले पर नजर रखने वाले सूत्रों के अनुसार, इस साक्षात्कार के बाद उनके पास संदेश भी भेजा जा सकता है कि सरकार ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए चयन कर लिया है बजाए इसके कि इस संकट की घड़ी में एक अभूतपूर्व दौर से गुजर रही वित्तीय प्रणाली को संभालने के लिए किसी अन्य को इस महत्वपूर्ण पद के लिए आजमाया जाए.
सरकार ने अभी हाल ही में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन अजय त्यागी को भी कार्यकाल का विस्तार दिया है. इसके अलावा, सरकार ने बिना किसी साक्षात्कार के ही यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव राजकिरण राय के कार्यकाल का विस्तार करने की पेशकश की है.
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने के बाद अगर किसी चेयरमैन को कार्यकाल का विस्तार नहीं दिया जाता है, तो यह सरकार के लिए गलत संदेश जाएगा, जबकि कुछ यह भी कहते हैं कि सरकार का यह कदम कॉरपोरेट गवर्नेंस मानकों के अनुरूप है. सेबी के पूर्व प्रमुख एम दामोदरन ने 2008 में साक्षात्कार देने से मना कर दिया था, क्योंकि वे साक्षात्कार देने की बजाए पद को छोड़ना बेहतर समझते थे.
बता दें कि एसबीआई चीफ रजनीश कुमार की पूर्ववर्ती अरुंधति भट्टाचार्य को 2016 में एक साल से कम समय के लिए विस्तार दिया गया था, जब एसबीआई पांच सहयोगी बैंकों समेत भारतीय महिला बैंक की विलय करने की प्रक्रिया जारी थी. उस समय 62 वर्ष के रजनीश कुमार बैंक के प्रबंध निदेशक थे. एसबीआई के पांच सहयोगी बैंक और भारतीय महिला बैंक का विलय अप्रैल 2017 में हुआ.
रजनीश कुमार का वर्तमान कार्यकाल 7 अक्टूबर को समाप्त हो रहा है. उन्होंने 7 अक्टूबर, 2017 को अपनी निर्धारित समय सीमा से तीन महीने पहले ही एसबीआई में चेयरमैन पद का कार्यभार संभाला था. नियमों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के अध्यक्ष या मुख्य कार्यकारी 65 साल की उम्र तक अपने पद पर बने रह सकते हैं.
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Posted By : Vishwat Sen
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