नयी दिल्ली / पटना : अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच बिहार निवासी आईपीएस नुपुर प्रसाद के नेतृत्व में जांच की जायेगी. मामले की निगरानी संयुक्त निदेश मनोज शशिधर और डीआईजी गगनदीप गंभीर करेंगे. सीबीआई के संयुक्त निदेश मनोज शशिधर और डीआईजी गगनदीप गंभीर दोनों गुजरात कैडर के अधिकारी हैं. जबकि, नुपुर प्रसाद 2007 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं. वह एजीएमयूटी कैडर की हैं.
1994 बैच के आईपीएस मनोज शशिधर केरल के रहनेवाले हैं. मास्टर डिग्री हासिल करनेवाले मनोज ने लॉ की डिग्री हासिल की है. गुजरात में मनोज शशिधर खुफिया विभाग में एडीजी के पद पर रह चुके हैं. साथ ही वडोदरा के कमिश्नर भी रह चुके हैं. इसी साल जनवरी में मनोज शशिधर ने सीबीआई में संयुक्त निदेशक पद पर पांच सालों के लिए नियुक्त किये गये हैं. अब वह सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच करनेवाली एसआईटी को नेतृत्व करेंगे.
2004 बैच के गुजरात कैडर की आईपीएस गगनदीप गंभीर तेज तर्रार महिला अधिकारी हैं. पंजाब की रहनेवाली गगनदीप ने भी मास्टर की डिग्री हासिल की है. 45 वर्षीया गगनदीप स्पेशल क्राइम ब्रांच के पहले एसआईटी में रह चुकी हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अवैध माइनिंग, अगस्ता वेस्टलैंड डील, विजय माल्या, सृजन घोटाला जैसे दर्जनों मामले की तफ्तीश की है.
बिहार की रहनेवाली 2007 बैच की नुपुर प्रसाद एजीएमयूटी कैडर की आईपीएस हैं. आईपीएस नुपुर प्रसाद के नेतृत्व में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच की जायेगी. दिल्ली के शाहदरा की डीसीपी रह चुकी नुपुर प्रसाद का पिछले साल ही सीबीआई में प्रतिनियुक्ति की गयी थी.
मालूम हो कि मुंबई के उपनगर बांद्रा के अपने अपार्टमेंट में राजपूत 14 जून को छत से फांसी से लटकते पाये गये थे. पटना निवासी सुशांत सिंह राजपूत के 77 वर्षीय पिता कृष्ण किशोर सिंह की शिकायत पर बिहार पुलिस ने भी कार्रवाई शुरू कर दी थी. बिहार में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं और लोगों में अभिनेता की मौत पर रोष को देखते हुए राज्य ने मामले को सीबीआई के पास भेजने की अनुशंसा की.