RBI News : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया. रेपो दर को 4 प्रतिशत पर पहले की तरह ही रखा. हालांकि, बैंक ने उदार रुख बनाये रखा है. इससे होम और कार लोन की इएमआई सस्ती नहीं होगी.
आरबीआई ने रेपो रेट 4 प्रतिशत पर जबकि रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बरकरार रखा है. हालांकि कुछ राहत भी दी है. जैसे बैंक गोल्ड ज्वैलरी पर 90 फीसद तक लोन आपको उपलब्ध कराएंगे. यहीं नहीं एनएचबी, नाबार्ड द्वारा 10,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा कि प्रमुख नीतिगत दरों को यथावत रखा गया है. उन्होंने केंद्रीय बैंक के रुख को उदार बनाये रखकर कोविड-19 संकट से पीड़ित अर्थव्यवस्था की मदद के लिए जरूरी होने पर भविष्य में कटौती का संकेत दिया. भारतीय रिजर्व बैंक से जुड़ी हर Hindi News से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा लिए गए निर्णयों की घोषणा करते हुए कहा कि रेपो दर को चार प्रतिशत पर यथावत रखा गया है. इसके साथ ही रिवर्स रेपो दर भी 3.35 प्रतिशत के स्तर पर बनी हुई है. आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि एनएचबी, नाबार्ड द्वारा 10,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
उन्होंने कहा कि एमपीसी ने ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं करने के पक्ष में मतदान किया और वृद्धि को समर्थन देने के लिए उदार रुख को जारी रखने की बात कही. आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार की शुरुआत हो गई थी, लेकिन संक्रमण के मामले बढ़ने से लॉकडाउन लगाने को मजबूर होना पड़ा. आरबीआई ने इससे पहले 22 मई को अपनी नीतिगत दर में संशोधन किया था, जिसके बाद ब्याज दर रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई थी.
दो बार घटाईं ब्याज दरें : यदि आपको याद हो तो इस साल रिजर्व बैंक ने लॉकडाउन को देखते हुए 2 बार ब्याज दरों (Repo rate) में 115 बेसिस प्वॉइंट की कटौती करने का काम किया है. फरवरी से रेपो दर में 1.15 प्रतिशत की कटौती हो चुकी है. बैंकों ने ग्राहकों को नए कर्ज पर इसमें से 0.72 प्रतिशत कटौती का फायदा दिया है.
Posted By : Amitabh Kumar
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