HBSE Result : हरियाणा बोर्ड की बड़ी लापारवाही सामने आई है. 10वीं रिजल्ट के दौरान हुए कॉपी चेकिंग अब सवालों के घेरे में आ गया है. दरअसल, हिसार की रहने वाली दिव्यांग छात्र सुप्रिया का जब रिजल्ट जारी हुआ, उस समय उसके मैथ के पेपर में दो नंबर थे, लेकिन जब री-चेकिंग हुआ तो मैथ पेपर में 100 अंक प्राप्त हुए.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हरियाणा बोर्ड द्वारा रिजल्ट जारी किया गया तो सुप्रिया के सभी पेपर में 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त हुए थे, वहीं मैथ के पेपर में 2 नंबर मिला था, जिसके बाद सुप्रिया ने रिचेकिंग का आवेदन दिया. री-चेकिंग का जब रिजल्ट आया तो, हरियाणा बोर्ड कॉपी चेकिंग के तरीकों की पोल खुल गई.
5000 हजार रुपये हुए खर्च- सुप्रिया के पिता छज्जू राम ने बताया कि इस पूरे प्रक्रिया में 5000 रुपये खर्च हो गया. छज्जू राम ने कहा कि जब रिजल्ट घोषित हुआ तो, वे अपनी बेटी का रिजल्ट देखकर काफी दुखी हुए, लेकिन फिर उन्होंने रिचेकिंग का अप्लाई किया. छज्जू राम ने बताया कि वे खुद के निजी शिक्षक हैं.
बता दें कि इस साल हरियाणा बोर्ड ने बिना किसी पूर्व सूचना के कक्षा 10 वीं का परिणाम घोषित किया. कुल 3.37 लाख छात्रों ने एचबीएसई कक्षा 10 वीं की परीक्षा दी थी जिसमें से 64.59% उत्तीर्ण हुए थे. हालांकि बोर्ड ने ऐलान करते हुए कहा, ‘लोग 33% से कम स्कोर करते हैं उन्हें अपने स्कोर में सुधार करने के लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होना पड़ता है.’
87 हजार से अधिक छात्र फेल- हरियाणा बोर्ड के 10वीं रिजल्ट में इस साल 87 हजार छात्र फेल हो चुके हैं. वहीं 32 हजार छात्रों को कंपार्टमेंटल दिया गया है. हरियाणा बोर्ड ने कोरोना के कारण इस साल 30 फीसदी तक सिलेबस में कटौती किया है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra