भभुआ : कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी व एसपी दिलनवाज अहमद ने बुधवार को डीएम कार्यालय कक्ष के सभागार में जिलास्तरीय रैपिड रिस्पाॅन्स टीम के साथ बैठक की. इस दौरान डीएम ने सख्त लहजे में अधिकारियों को निर्देश दिया कि कोविड-19 कार्य में लगाये गये अधिकारी कार्य में शिथिलता बरतते हैं, तो ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी.
बैठक के दौरान डीएम ने कहा कि गृह विभाग के सचिव का निर्देश है कि कंटेनमेंट जोन में किसी प्रकार की कोई दुकान नहीं खुलेगा. साथ ही पूरी तरह से लोगों की आवाजाही पर रोक रहेगी. अगर लोग निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो कार्रवाई होगी. कंटेनमेंट जोन की निगरानी व आवाजाही पर रोक लगाने के लिए एसडीपीओ एवं एसडीओ को निर्देश दिया.
वहीं समीक्षा बैठक के दौरान मामला सामने आया कि कंटेनमेंट जोन में आने-जाने वाले लोगों का सर्वे करने की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को दिया गया था. लेकिन, सर्वे नहीं किया जा रहा है. डीएम ने संज्ञान लेते हुए आइसीडीएस प्रभारी को निर्देश दिया कि सभी सीडीपीओ से स्पष्टीकरण मांगा जाये.
स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं आता है, तो कार्रवाई की जाये. डीएम ने कहा कि देखा जा रहा है कि अधिकारियों एवं पुलिस को देख कर लोग चेहरे पर मास्क लगा ले रहे हैं एवं अधिकारियों के जाने के बाद मास्क को उतार दे रहे हैं. ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूल किया जाये.
इधर, जिला स्तरीय रैपिड रिस्पांस टीम की समीक्षा के दौरान मामला सामने आया कि जिले में अभी तक टोटल 133 एक्टिव केस हैं. जिसमें से 75 भभुआ अनुमंडल व 58 लोग मोहनिया अनुमंडल के कोरोना पॉजिटिव हैं. हालांकि, बैठक के दौरान अधिकारियों द्वारा कहा गया कि लगातार हो रही जांच से मरीजों की संख्या बहुत कम हो गयी है.
इस दौरान मौके पर डीडीसी केपी गुप्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी प्रभात कुमार झा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी कुमार विनोद, ओएसडी मधुकांत, एसडीएम जनमेजय शुक्ला, एसडीपीओ अजय प्रसाद, सिविल सर्जन अरुण कुमार तिवारी सहित जिले के कई अधिकारी मौजूद थे.
posted by ashish jha