अयोध्या : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल दशकों पुराने मुद्दे का समाधान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था.
भूमि पूजन में शामिल होने आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कुछ वक्त के लिए परेशान हो गये. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला को भेंट करने के लिए अपने साथ कुंभ कलश लेकर आये थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी चांदी के उस कुंभ कलश को अपनी कार में ही भूल गये. जैसे ही पीएम मोदी पूजा स्थल की ओर बढ़े तो उन्हें अपनी उस भेंट की याद आयी. प्रधानमंत्री खुद कार की तरफ बढ़े और अपनी भेंट साथ लिया और फिर पूजा स्थल पर पहुंचे.
‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है तथा इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता दिवस लाखों बलिदानों और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है, उसी तरह राम मंदिर का निर्माण कई पीढ़ियों के अखंड तप, त्याग और संकल्प का प्रतीक है.
मोदी ने कहा कि यह मंदिर राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा तथा करोड़ों लोगों की सामूहिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा. यह आने वाली पीढ़ियों को आस्था और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा. इससे समूचे अयोध्या क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा.
श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने एक समारोह को संबोधित किया और इसकी शुरुआत ‘सियावर रामचंद्र की जय’ के उद्घोष से की. उन्होंने कहा कि यह उद्घोष सिर्फ राम की नगरी में ही नहीं, बल्कि इसकी गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है. उन्होंने सभी देशवासियों को और विश्व में फैले करोड़ों राम भक्तों को इस ‘पवित्र अवसर पर ‘कोटि कोटि’ बधाई दी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे ‘हमारे रामलला’ के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा. उन्होंने कहा, ‘टूटना और फिर उठ खड़ा होना, सदियों से चल रहे इस व्यतिक्रम से राम जन्मभूमि आज मुक्त हो गई है.
गौरतलब है कि भूमि पूजन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे. पुजारियों ने मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन की शुरुआत की और फिर मोदी द्वारा मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के साथ ही भूमि पूजन संपन्न हो गया. कार्यक्रम के दौरान नौ शिलाओं की पूजा की गई और मोदी ने मंदिर की नींव की मिट्टी से अपने माथे पर तिलक लगाया. इससे पहले, मोदी हेलीकॉप्टर से अयोध्या पहुंचे जहां मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया. भूमि पूजन से पहले मोदी हनुमानगढ़ी स्थित मंदिर पहुंचे और राम मंदिर निर्माण के लिए हनुमान जी से आशीर्वाद मांगा. मंदिर में कुछ समय पूजा-अर्चना करने के बाद मोदी राम जन्मभूमि क्षेत्र के लिए रवाना हुए और वहां पहुंचकर भगवान राम को दंडवत प्रणाम किया. इसके बाद भूमि पूजन समारोह हुआ.
Posted By – Arbind Kumar Mishra