नयी दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में अब चंद घंटे शेष बचे हैं और उससे पहले इस आंदोलन के अगुवा और भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि वो इस समारोह से काफी खुश हैं. उनका वर्षों का सपना साकार होने जा रहा है.
राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में कहा, खुश हूं कि राम मंदिर आंदोलन में किस्मत से मुझे 1990 में राम रथ यात्रा के रूप में एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली. उन्होंने आगे कहा, कई बार महत्वपूर्ण सपनों को पूरा होने में लंबा वक्त लगता है, लेकिन जब भी पूरे होते हैं, इंतजार सार्थक हो जाता है. मेरा सपना पूरा होने जा रहा है.
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर माननीय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा श्री राम मंदिर का भूमिपूजन हो रहा है, सिर्फ मेरे लिए ही नहीं समस्त भारतीय समुदाय के लिए यह क्षण ऐतिहासिक और भावपूर्ण है. इस शुभ अवसर पर मैं उन सभी संतों, नेताओं और देश-विदेश के जनमानस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं जिन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन में मूल्यवान योगदान और बलिदान दिया.
I feel humbled that during Ram Janmabhoomi movement, destiny made me perform a pivotal duty in the form of Ram Rath Yatra from Somnath to Ayodhya in 1990 which helped galvanise aspirations, energies & passions of its countless participants: Veteran BJP leader LK Advani (file pic) pic.twitter.com/7fcfNpmbKZ
— ANI (@ANI) August 4, 2020
गौरतलब है कि भूमि पूजन कार्यक्रम में लालकृष्ण आडवाणी को उनके उम्र को देखते हुए आमंत्रित नहीं किया गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों को आमंत्रित किया गया है.
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि निमंत्रण सूची भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के परासरन एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ ‘निजी तौर पर चर्चा’ करके तैयार की गई है.
उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे. इनके अलावा शहर के भी कुछ गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है.
राय ने कहा कि विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल कार्यक्रम में ‘यजमान’ होंगे. साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक डाक टिकट भी जारी करेगी जोकि मंदिर के डिजाइन पर आधारित है. राय के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिसर में ‘पारिजात’ का पौधा भी लगाएंगे.
Posted By – Arbind Kumar Mishra