दरभंगा : केवटी प्रखंड की करजापट्टी पंचायत के बिरने में रविवार को तीसरी बार बागमती नदी का पूर्वी तटबंध टूट गया. नदी से निकल कर पानी गांव में फैल रहा है. इससे लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. ग्रामीणों ने बताया है कि तटबंध से निकल रहे पानी को रोकने का प्रयास शुरू किया गया है, लेकिन खबर लिखे जाने तक पानी के बहाव को रोका नहीं जा सका था. नदी से पानी बड़ी तेजी निकल ही रहा था जो खेत-खलिहान, बाग-बगीचे को डूबोते हुए पुल-पुलिया के रास्ते गांव में फैल रहा था. इससे बिरने और लाधा गांव में अफरातफरी मची हुई थी. लोग सामानों को ऊंचे स्थान पर रखने लगे थे. कई लोग घर के सामने सड़क पर त्रिपाल टांगकर रहने का जुगाड़ कर रहे थे.
इस संबंध में पूछे जाने पर अधीक्षण अभियंता नलिनी रंजन सिन्हा ने बताया कि काम तेजी से चल रहा है. देर शाम तक पानी का बहाव रूक जाएगा. मजबूती का काम सोमवार को पूरा कराया जाएगा. ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार देर शाम पानी का बहाव रूकने के कुछ देर बाद ही पानी के दबाब से तटबंध टूट गया. रात से पानी निकल कर पहले से डूबे खेत-खलिहान को भरते हुए घर-आंगन में घुसने को तैयार है. निचले इलाके के कई घरों में पानी प्रवेश भी कर गया है. नदी से पानी का बहाव नहीं रूका तो सोमवार को मुहम्मदपुर-शिवधारा सड़क पर पानी चढ़ जाएगा.
शीशो पूर्वी पंचायत के हरिपुर गांव से सटे बिरने सीमा पर बागमती नदी का महराजी बांध टूटने से शिवधारा बाजार समिति व दरभंगा शहर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. शनिवार की देर रात 30 से 35 फीट की दूरी में बांध ध्वस्त हो गया. बांध के ध्वस्त होते ही पानी तेज रफ्तार से पूरब की ओर फैलने लगा है. रविवार को सुबह होते ही हरिपुर गांव जलमग्न हो गया. हरिपुर ब्राह्मण टोल, राम टोल, मांझी टोल, रामजानकी मंदिर टोल के दर्जनों घरों में पानी घुस गया है. कई पीड़ित परिवार विस्थापित होकर ऊंचे स्थलों पर चले गये हैं. वहीं कुछ परिवार मंदिर पर शरण लिए हुए हैं. गांव के मवि के पास वाली सड़क पर पानी तेज रफ्तार में पूरब की ओर बह रहा है. पानी हरिपुर पश्चिमी टोल जानेवाली मुख्य को भी पार कर गया है. इससे आवागमन ठप हो गया है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना कि कटाव स्थलों पर काबू नहीं पाया गया तो शीशो, करकौली, करहटिया, शहवाजपुर, मौलागंज, अलीनगर होते हुए दरभंगा शहर में भी पानी खतरा उत्पन्न कर देगा. सबसे अधिक शिवधारा बाजार समिति प्रभावित होगा.
बेनीपुर. कमला नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से रविवार को कन्हौली में जलगाड़ा बांध टूट गया. बांध टूटते ही कन्हौली गांव में पानी प्रवेश करने लगा. दर्जनों लोगों के घरों में पानी घुस गया. लोग घर छोड़ गांव में ही ऊंचे स्थानों पर बसे लोगों के घर में आश्रय लेने के लिए मजबूर हो गये हैं. ग्रामीण अजित कुमार साह, पैक्स अध्यक्ष सुशील साहु, जगन्नाथ मंडल आदि ने बताया कि रविवार की अहले सुबह बांध टूटने से कन्हौली गांव के निचले इलाके में बसे लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है. यह पानी मलौल, कन्हौली होते हुए खेतों में फैलने लगा है. खेतों में पूर्व से बारिश का पानी जमा रहने से फसल बर्बाद हो चुकी है. इस संबंध में पूछने पर बीडीओ सह सीओ अमोल मिश्र ने किसी तरह की जानकारी होने से अनभिज्ञता जाहिर की.
सदर. शिवधारा-मोहम्मदपुर पथ में करकौली मस्जिद के पास बागमती नदी के पानी का दबाव बरकरार है. नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण यहां कभी भी पानी सड़क पार कर सकता है. वैसे विभाग द्वारा यहां बोरी में मिट्टी भरकर सड़क पर डाल दिया गया है, बावजूद पानी थमने का नाम नहीं ले रहा. सबसे अधिक खतरा मस्जिद के पीछे से करकौली के रीतलाल के घर तक डेंजर प्वाइंट पर बना हुआ है. यहां फ्लड फाइटिंग की ओर से मरम्मति व बचाव कार्य करने के बाद भी रिसाव हो रहा है. मिट्टी भरी बोरी के नीचे से पानी बह रहा है. मस्जिद की दीवार से पानी तेजगति से पार कर रहा है. नदी किनारे बसे दर्जनों घरों में पानी घुस गया है. लोग बेघर होकर ऊंचे स्थलों की तलाश कर रहे हैं.
posted by ashish jha