रांची : सीएनआइ सिनोड ने सभी डायसिस के बिशप को ई-मेल कर दो अगस्त को उनकी संभावित मीटिंग में शामिल होने से मना किया है. इसमें कहा है कि उस बैठक में उनके शामिल होने को सीएनआइ के संविधान और नियम कानून, जिसके प्रति हम सबने अपनी निष्ठा व्यक्त की है, की भावना के खिलाफ समझा जा सकता है. हालांकि इस ई-मेल को चर्च से जुड़े कई लोग अलोकतांत्रिक और सिनोड की बिशप पर भरोसे की कमी बता रहे हैं.क्या कहा है महासचिव नेसीएनआइ सिनोड के महासचिव रेव्ह एस डेनिस सी लाल ने मोडरेटर पीसी सिंह की ओर से डायसिस के सभी बिशप को ई-मेल कर कहा है कि इस बात की जानकारी मिली है कि दो अगस्त को सभी सीएनआइ बिशप व सेवानिवृत्त बिशप की एक मीटिंग करने का प्रयास किया जा रहा है.
यद्यपि सिनोड के पदाधिकारी इस बात के प्रति आश्वस्त हैं कि आप ऐसी किसी मीटिंग में शामिल नहीं होंगे, पर मोडरेटर की ओर से उन्हें ऐसी किसी बैठक से अलग रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. लगभग एक सप्ताह के बाद विस्तारित कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है, उसमें कार्यकारिणी समिति के सभी सदस्यों और डायसिस के बिशप के पास चर्च के लिए जरूरी विषयों पर अपनी बात रखने का अवसर होगा. महासचिव ने कहा है कि कार्यकारिणी समिति की उस बैठक के लिए जारी सूचना में कहा है कि यदि कोई ऐसा विषय है, जिस पर कार्यकारिणी समिति की बैठक में चर्चा जरूरी है, तो उस विषय को सीएनआइ सिनोड के महासचिव को प्रेषित किया जा सकता है. इसलिए मोडरेटर की सहमति के बिना सीएनआइ बिशप की किसी बैठक में शामिल होने को सीएनआइ के संविधान और नियम कानूनों की भावना के खिलाफ समझा जा सकता है, जिसके प्रति हम सबने अपनी निष्ठा व्यक्त की है.