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रेल अधिकारी की पीएमसीएच धनबाद में तो करमा निवासी युवक की हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में हुई मौत
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वरीय अनुभाग अभियंता की मौत के बाद गझंडी में बना कंटेनमेंट जोन, इलाका किया गया सील
कोडरमा : जिले में कोरोना संक्रमितों की बढ़ रही संख्या के बीच अब मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं. सुदूरवर्ती गझंडी में संचालित रेलवे कार्यालय में वरीय अनुभाग अभियंता टीआरडी के पद पर कार्यरत अधिकारी के साथ ही एक ऑटो चालक की कोरोना से मौत होने का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि, दोनों की मौत कोडरमा में न होकर दूसरे जगहों पर इलाज के क्रम में हुई है. रेलवे अधिकारी की मौत गत दिन धनबाद पीएमसीएच में हुई है तो करमा पश्चिमी गली निवासी 35 वर्षीय ऑटो चालक की मौत हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में हुई है.
जानकारी के अनुसार रेलवे अधिकारी की मौत की सूचना के बाद गझंडी रेलवे कॉलोनी को तत्काल कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया है. 59 वर्षीय वरीय अनुभाग अभियंता मूल रूप से कोलकाता के बैरकपुर के रहनेवाले थे. गत दिन उन्हें बुखार के साथ कफ व अन्य समस्या हुई तो कोडरमा के एक चिकित्सक से इलाज कराया. चिकित्सक ने उन्हें बेहतर इलाज की सलाह दी तो रेल अस्पताल धनबाद भेज दिया गया. वहां से उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार को दोपहर बाद मौत हो गयी.
मौत के बाद एहतियात के तौर पर कोरोना की जांच की गयी, तो पॉजिटिव रिपोर्ट मिली. धनबाद जिला प्रशासन की ओर से सूचना मिलने के बाद गझंडी को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है. मौके पर स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सुदर्शन यादव, प्रखंड कर्मी आदि मौजूद थे. इधर, करमा निवासी युवक की मौत के बाद जानकारी सामने आयी है कि वह अन्य गंभीर रोग से पीड़ित था.
गत दिन रांची से इलाज करा कर लौटने के बाद उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. बेहतर इलाज के लिए उसे हजारीबाग भेजा गया था, जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गयी. हालांकि, युवक के परिजनों की जांच रिपोर्ट गत दिनों निगेटिव आयी थी. मौत की सूचना के बाद जिला स्तर से प्रखंड प्रशासन व नगर पर्षद के पदाधिकारी को युवक का अंतिम संस्कार गाइडलाइन के अनुसार हो इसको लेकर निर्देश दिया गया है. शनिवार देर शाम पदाधिकारी करमा पहुंचे हुए थे.
बेरेाक टोक दूसरे राज्य से आ रहे रेल अधिकारी व कर्मी : सुदर्शन : इधर, कोरोना से गझंडी में पहली मौत के बाद स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि सह जिला बीस सूत्री के पूर्व उपाध्यक्ष सुदर्शन यादव ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि गझंडी में रेलवे का बड़ा कार्यालय संचालित होता है. यहां कई बड़े अधिकारी व कर्मी तैनात हैं, पर कोरोना काल में राज्य सरकार के दिशा निर्देशों का उल्लंघन करते हुए कुछ लोग दूसरे राज्यों से बेरोक टोक आ-जा रहे हैं.
इस वजह से कोरोना का मामला इस ग्रामीण इलाके में सामने आ गया है. सुदर्शन ने कहा कि कुछ अधिकारी व कर्मी छुट्टी के दिन चले जाते हैं और फिर वापस आने के बाद कोरेंटिन भी नहीं रहते. सरकार व प्रशासन को इस दिशा में पहल करनी चाहिए की सभी लोग नियमों का पालन करें.