लखनऊ: अयोध्या में राममंदिर निर्माण कार्य शुरू होने की तारीख तय होने के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने मंदिर निर्माण की तारीख को लेकर सवाल खड़े किए हैं.माकपा ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पांच अगस्त की तारीख का चयन किया ताकि जम्मू-कश्मीर के ‘विध्वंस’ की तिथि के साथ मेल बैठाया जा सके.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म कर दिया था. माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘प्रधानमंत्री एक धार्मिक स्थल के लिए आधारशिला रखने जा रहे हैं जो सरकार के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत का उल्लंघन है.”
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पार्टी ने आरोप लगाया, ‘‘भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त की तारीख का चयन किया गया. इस तारीख का जानबूझकर चयन किया गया क्योंकि जम्मू-कश्मीर के विध्वंस और बाबरी मस्जिद के स्थान पर मंदिर का निर्माण हिंदुत्वादी ताकतों के ये दोनों मुख्य एजेंडे हैं.’
बता दें कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा आए फैसले के बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू होने वाला है. आगामी 5 अगस्त को मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे और मंदिर निर्माण में आधारशिला रखेंगे.
Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya