पटना : 27 से 29 जलाई तक उत्तर बिहार में भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग ने 17 जिले के डीएम को अलर्ट रहने को कहा है. आपदा प्रबंधन के अपर सचिव एम रामचंद्रु डू ने इन डीएम को पत्र लिख कर कहा है कि 27 से 29 जुलाई तक हल्की से भारी बारिश की आशंका है. इससे निबटने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाये.
विभाग ने जिन जिलों को अलर्ट रहने के लिए कहा है, उनमें किशनगंज, अररिया, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधेपुरा, समस्तीपुर व खगड़िया शामिल हैं. मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी स्पेशल एडवाइजरी के मद्देनजर आपदा प्रबंधन ने कहा है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जाये. अधिक बारिश होने पर संभावित बाढ़ से निबटने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाये. अलर्ट की कॉपी एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के अलावा पूर्णिया, कोसी, दरभंगा, सारण और मुंगेर के प्रमंडलीय आयुक्त को भी भेजी गयी है.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिला स्तर से नयी नावों की खरीद पर लगी रोक को हटा दिया गया है. बाढ़ग्रस्त इलाकों के डीएम को विशेष परिस्थिति में नयी नावें खरीदने और सुदूरवर्ती इलाकों में ड्रोन की मदद लेने की सरकार की तरफ से अनुमति दी गयी है. ड्रोन के उपयोग से बाढ़ में किसी के फंसे होने पर और उसके सही लोकेशन को जानने में काफी सहूलियत होगी. उपमुख्यमंत्री ने रविवार को मुजफ्फरपुर जिले के 11 प्रखंडों की 132 पंचायतों के भाजपा कार्यकर्ताओं और बोचहा की विधायक बेबी कुमारी व औराई के पूर्व विधायक रामसूरत राय के साथ बाढ़ की स्थितिकी समीक्षा की.
इस दौरान मुजफ्फरपुर के डीएम को सामुदायिक किचेन और सरकारी नावों की संख्या बढ़ाने, पॉलीथिन शीट व सूखा राशन समेत अन्य के वितरण कार्य को तेज करने को कहा. समीक्षा के दौरान पार्टी कार्यकताओं ने बताया कि मुजफ्फरपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 70 सामुदायिक किचन और 150 नावें संचालित की जा रही हैं. अब तक 20 हजार पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. लेकिन, पीड़ितों की संख्या के मद्देनजर नावों की संख्या बढ़ाने और पॉलीथिन शीट का अधिक वितरण करने की जरूरत है. उपमुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कोरोना महामारी के दौरान ऐहतियात बरतते हुए अपने स्तर से हर संभव मदद बाढ़पीड़ितों को करने का निर्देश दिया.