समस्तीपुर : समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर तीसरे दिन रविवार को तो मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलखंड पर दूसरे ट्रेन सेवा पूरी तरह ठप रही. हायाघाट के पास बागमती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ना जारी है. रेल मंडल के निर्माण विभाग की मानें तो रविवार को करीब 8 सेंटीमीटर इसमें बढोतरी दर्ज की गयी है. अगर बागमती के तेवर ढीले नहीं हुये व जलस्तर बढने की रफ्तार नहीं थमी तो पुराने रेल पुल से नदी का जलस्तर पार कर सकता है. फिलहाल रेल पुल पर दो चौकीदार की तैनाती की गयी है जो रेल पुल से लोगों को दूर रखने को कह रहे हैं.
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों को देखें तो हायाघाट के पास बागमती नदी का जलस्तर 47.26 मीटर पर है. यहां बागमती खतरे के निशान से 1.54 मीटर के उपर बह रही है. जबकि बूढी गंडक नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ना लोगों का सिरदर्द साबित हो रहा है. समस्तीपुर रेल पुल के पास बूढी गंडक नदी के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की बढोतरी हुयी है जो 46.55 मीटर पर बह रही है. खतरे के निशान से यह 82 सेंटीमीटर उपर है. इसी तरह रोसड़ा रेल पुल के पास भी नदी के जलस्तर में 28 सेंटीमीटर की बढोतरी दर्ज की गयी है जो लाल निशान से उपर है.
इधर गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार नहीं कर सका़ उत्तर एवं पूर्ववर्ती सहायक नदियों से राज्य के दस जिलों में भीषण बाढ़ की स्थिति में गंगा ने अपने आप को सयमित कर रखा है़ मोहनपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर आकर स्थिर हो गया है़ गंगा के निचले ढ़ावों में पानी भर रहा है़ लेकिन बाढ़ की स्थिति अभी दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती़ जल संसाधन विभाग एवं बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के सरारी स्थित कैम्प में चार कनीय अभियंता जितेश रंजन, आनंद प्रकाश, जितेन्द्र कुमार दास एवं विनय कुमार सिंह ने मोर्चा संभाल रखा है़
posted by ashish jha