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Rashi Parivartan: इस सप्ताह शुक्र करेंगे राशि परिवर्तन, जानिए इन 7 राशि के जातकों का चमकेगा भाग्य

Rashi Parivartan: इसी सप्ताह शुक्र राशि परिवर्तन कर रहे है. शुक्र कला और सौंदर्य के कारक ग्रह है. शुक्र का गोचर 1 अगस्त 2020 को 5 बजकर 29 मिनट पर मिथुन राशि में होगा. शुक्र की स्थिति का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर अलग-अलग तरह से पड़ेगा. वहीं, 2 अगस्त को बुध भी राशि परिवर्तन कर रहे है. सभी नौ ग्रहों में बुध को युवराज का दर्जा प्राप्त है. बुध बुद्धि, त्वचा, व्यवसाय आदि का कारक माना जाता है.

Rashi Parivartan: इसी सप्ताह शुक्र राशि परिवर्तन कर रहे है. शुक्र कला और सौंदर्य के कारक ग्रह है. शुक्र का गोचर 1 अगस्त 2020 को 5 बजकर 29 मिनट पर मिथुन राशि में होगा. शुक्र की स्थिति का प्रभाव सभी राशि के जातकों पर अलग-अलग तरह से पड़ेगा. वहीं, 2 अगस्त को बुध भी राशि परिवर्तन कर रहे है. सभी नौ ग्रहों में बुध को युवराज का दर्जा प्राप्त है. बुध बुद्धि, त्वचा, व्यवसाय आदि का कारक माना जाता है. कुंडली में यह अच्छी स्थिति में हो तो आपकी तार्किक क्षमता में वृद्धि होती है और गणित जैसे विषयों में आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं. इसी बुध ग्रह का गोचर 2 अगस्त को 03 बजकर 41 मिनट पर कर्क राशि में होगा और 17 अगस्त को 08 बजकर 29 मिनट तक यह इसी राशि में रहेंगे. आइये जानते हैं शुक्र और बुध के राशि परिवर्तन से आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है…

मेष- शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा. यह भाव साहस पराक्रम और छोटे भाई-बहनों से आपके संबंधों का होता है. यदि आप रचनात्मक कार्य जैसे- अभिनय, संगीत आदि में रुचि रखते हैं तो इस दौरान आपको अपनी कला को प्रदर्शित करने का पूरा मौका मिलेगा, इसके साथ ही आप अपने रचनात्मक कार्य को ही अपने व्यवसाय में बदल सकते हैं. शुक्र के तृतीय भाव में विचरण करने से आपको मनपसंद जगहों पर घूमने का भी इस दौरान मौका मिलेगा. शुक्र को प्रेम का कारक ग्रह भी माना जाता है, इसलिये इस दौरान आपके प्रेम जीवन में भी सुधार आने की पूरी संभावना है. आप अपने संगी के साथ रोमांटिक पल बिता पाएंगे. सामाजिक स्तर पर भी इस राशि के लोगों को अच्छे फल मिलेंगे. दोस्तों के साथ भी अच्छा समय बिता सकते हैं. यदि नवविवाहित हैं तो आपके जीवन में किसी नये मेहमान की दस्तक होने की पूरी संभावना है.

वृषभ- वृषभ राशि के जातकों के द्वितीय भाव में शुक्र देव का गोचर होगा. यह भाव आपके परिवार और धन का होता है. इस भाव में शुक्र देव की स्थिति से पारिवारिक जीवन में सुधार आएंगे. आप काम से वक्त निकालकर अपने परिवार के लोगों के साथ वक्त बिताना पसंद करेंगे, कहीं घूमने-फिरने का भी प्लान बन सकता है. यह गोचर आपको आत्मबल प्रदान करेगा और अपने विचारों को मूर्त रुप देने की आप पूरी कोशिश करेंगे. आपकी वाणी में भी मिठास बनी रहेगी, जिससे आपके आसपास के लोग आकर्षित होंगे. किसी करीबी को दी गई आपकी सलाह सही साबित हो सकती है. द्वितीय भाव धन का भाव भी होता है और इस भाव में सौंदर्य के कारक ग्रह शुक्र का होना यह दर्शाता है कि आप खुद को खूबसूरत दिखाने के लिये इस दौरान खर्चा कर सकते हैं.

मिथुन. शुक्र ग्रह का गोचर आपके लग्न भाव यानि प्रथम भाव में हो रहा है. यह भाव आपके शरीर, व्यक्तित्व, बुद्धि और सौभाग्य की जानकारी देता है, इस भाव में शुक्र ग्रह के होने से आप खुद में सकारात्मक बदलाव करने की कोशिशें करेंगे. खुद को यंग रखने के लिये आप योग, व्यायाम आदि का सहारा ले सकते हैं और साथ ही सौंदर्य उत्पादों का इस्तेमाल करने से भी आप पीछे नहीं हटेंगे. इस राशि के जो जातक शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें भी शुभ परिणाम प्राप्त होंगे. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलने के पूरे योग हैं. इस राशि के जातकों की प्रेम संबंधों में रोमांस की अधिकता बढ़ेगी. आपका संगी आपके प्रति आकर्षण महसूस करेगा. आप अपनी रचनात्मकता को व्यक्त करने में भी कामयाब होंगे और पसंदीदा चीजों पर धन खर्च भी करेंगे.

कर्क- कर्क राशि के जातकों के द्वादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा. द्वादश भाव को हानि का भाव भी कहा जाता है और इससे नुक्सान, अलगाव, लंबी यात्रा, विदेश आदि के बारे में विचार किया जाता है. यह गोचर कर्क राशि के उन जातकों के लिये तो अच्छा रहेगा, जो विदेशों से जुड़ा व्यापार या विदेशी कंपनियों में काम करते हैं, लेकिन बाकी लोगों को इस गोचर के दौरान परेशानियां आ सकती हैं, इस अवधि में आपको बहुत सोच समझकर आगे बढ़ने की जरूरत है. आपके माता का स्वास्थ्य इस दौरान खराब हो सकता है, जिसके कारण आपकी मानसिक चिंता बढ़ सकती है. ऐसे समय में आपको अपनी माता को ज्यादा से ज्यादा समय देना चाहिये. इस समय यदि आप किसी तरह का परिवर्तन करने वाले हैं तो शुरुआत में तो वो आपको ठीक लगेगा लेकिन आगे चलकर आप उस परिवर्तन के कारण परेशान हो सकते हैं, वैसे भी कर्क राशि के जातक आसानी से परिवर्तन को पसंद नहीं करते. इस राशि के शादीशुदा जातकों के लिये यह समय अनुकूल नहीं है, जीवनसाथी के साथ मनमुटाव की स्थिति बन सकती है.

सिंह- सिंह राशि के जातकों के एकादश भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा. एकादश भाव को लाभ भाव कहा जाता है और इससे आपकी कामनाओं, इच्छाओं, बड़े भाई-बहनों से आपके संबंधों के बारे में पता चलता है. इस भाव में शुक्र की स्थिति का आपको पूर्ण लाभ मिलेगा. यदि आप लंबे समय से किसी काम को कर रहे थे और अब तक आपको कोई सफलता नहीं मिली थी तो अब उसके मिलने की पूरी संभावना बनेगी, जो जातक नौकरी पेशा में हैं उन्हें भी कार्यक्षेत्र में इस दौरान सराहना मिलेगी और मेहनत का अच्छा फल मिलेगा. सिंह राशि के जो भी जातक इस अवधि में यात्राएं करेंगे उन्हें यात्राओं से लाभ होगा. अपने परिवार के साथ कहीं घूमने का प्लान बना रहे थे तो उसे भी इस गोचर के दौरान पूरा कर सकते हैं. इस राशि के जो जातक स्कूल या कॉलेज में हैं वो अपनी प्रतिभा को निखारने के लिये इस दौरान निरंतर प्रयास करेंगे.

कन्या- बुध के स्वामित्व वाली कन्या राशि के जातकों के दशम भाव में शुक्र का गोचर होगा. काल पुरुष की कुंडली में दशम भाव मकर राशि का होता है और इस भाव से आपके व्यवसाय, नौकरी, नेतृत्व, पिता आदि के बारे में पता चलता है. इस भाव में शुक्र के गोचर से आपका भाग्योदय होगा. कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी, जिस भी काम को आप इस दौरान शुरू करेंगे उसे पूरा करके ही रहेंगे. भाग्य का साथ आपको कदम-कदम पर मिलेगा. आपके जीवन में सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी. यदि कोई नया सामान खरीदना चाहते हैं तो यह समय अनुकूल है. घर के ऑफिस के अच्छे माहौल के कारण आपको मानसिक शांति अनुभव होगा. परिवार के लोग हर स्थिति में आपका सहयोग करेंगे. यदि आप पारिवारिक व्यवसाय करते हैं तो यह समय फायदेमंद रहेगा, व्यापार को नयी दिशा मिल सकती है. इस राशि के जो जातक फिल्म जगत से जुड़े हैं वो भी इस दौरान सफलता अर्जित करेंगे. इस दौरान उन्हें ज्यादा से ज्यादा मेहनत करनी चाहिये. आज की गई मेहनत आपके भविष्य को भी सुधार सकती है.

तुला- आपकी राशि के नवम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा. नवम भाव धनु राशि का होता है, जिसका स्वामी ग्रह बृहस्पति है. काल पुरुष कुंडली के इस भाव से धर्म, सौभाग्य, लंबी यात्राओं, आध्यात्म आदि के विचार किया जाता है. इस भाव में शुक्र के गोचर से आपकी बौद्धिक क्षमता को मजबूती मिलेगी. इस राशि के जो लोग शोध कार्य से जुड़े हैं उनके लिये यह समय बेहत अनुकूल साबित होगा. वहीं विद्यार्थी वर्ग के जातक भी कई कठिन विषयों को समझने में भी इस दौरान सफल होंगे. आप अपने ज्ञान को लगातार बढ़ाने की दिशा में अग्रसर होंगे. अपने व्यवहार और अच्छी वाणी से आप परिवार के माहौल में भी सकारात्मकता ला सकते हैं. इस राशि के लोगों के प्रेम जीवन की तो यह समय रोमांस से भरा रहेगा. आप अपने लवमेट के साथ अच्छा समय बिता पाएंगे, जो लोग प्रेम संबंधों को शादी के बंधन में बांधना चाहते हैं वो भी इस दौरान सफल हो सकते हैं. इससे आपका रिश्ता और मजबूत होगा. स्वास्थ्य को लेकर इस राशि के जातकों को सतर्क रहने की जरूरत है पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.

वृश्चिक- शुक्र का गोचर आपके अष्टम भाव में होगा. यह भाव को आयुर भाव भी कहा जाता है. यह भाव जीवन में आने वाली बाधाओं, दुर्घटना, पैतृक संपत्ति, युद्ध, शत्रु आदि के बारे में जानकारी देता है, इस भाव में शुक्र का गोचर आपके लिये बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, इसलिये आपको इस दौरान बहुत संभलकर रहना होगा. पारिवारिक जीवन में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि परिवार के लोग आपकी बातों का गलत मतलब निकाल रहे हैं. दांपत्य जीवन में जीवनसाथी की खराब तबीयत आपकी परेशानी का सबब बन सकती है. वहीं आपको भी अपने स्वास्थ्य का इस दौरान ध्यान रखना होगा आंखों और गुप्तांगों से जुड़ी परेशानी होने की संभावना है. आपको सलाह दी जाती है कि स्वच्छता बनाए रखें. प्रेम जीवन में भी संगी के साथ अहम का टकराव हो सकता है. अपनी वाणी पर इस दौरान संयम रखें नहीं तो रिश्ता खराब हो सकता है. इस गोचर के दौरान यदि अच्छे फल प्राप्त करना चाहते हैं तो मेहनत जारी रखें और मन में शांति बनाए रखें, इसके लिये आप योग-ध्यान का सहारा ले सकते हैं.

धनु- शुक्र ग्रह का गोचर धनु राशि के सप्तम भाव में होगा. यह भाव जीवनसाथी और साझेदारियों का होता है, इस भाव में शु्क्र के गोचर से आपके पारिवारिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे. घर के किसी सदस्य से यदि अनबन चल रही थी तो वो दूर हो सकती है. माता-पिता का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. वहीं सामाजिक स्तर पर भी आप अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे और दोस्तों या जान-पहचान के लोगों से आपको लाभ की प्राप्ति होगी. दांपत्य जीवन अच्छा रहेगा लेकिन आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य आपकी परेशानी का सबब बन सकता है. उनका ख्याल रखें और ज्यादा से ज्यादा उनके साथ वक्त बिताएं. अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्क होना होगा, बीमारियों से बचने के लिए समय-समय पर पानी पीते रहें. इस राशि के जो जातक साझेदारी में व्यापार कर रहे हैं उन्हें व्यापार में फायदा मिलने की पूरी संभावना है. अपने व्यापार को फैलाने के बारे में भी इस अवधि में विचार कर सकते हैं. इस गोचर के दौरान आप अपने खर्चों पर भी काबू रखेंगे जिसके चलते अच्छी बचत कर पाने में कामयाब होंगे.

मकर- मकर राशि के जातकों के षष्ठम भाव में शुक्र ग्रह का गोचर होगा, इस भाव को रिपु भाव भी कहा जाता है और इससे रोग, ऋण, शत्रु आदि के बारे में विचार करते हैं. इस भाव में शुक्र का गोचर मकर राशि के लोगों के लिये बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता. पारिवारिक जीवन में इस दौरान आपको दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. छोटी-छोटी बातों को लेकर घर के लोगों से मनमुटाव हो सकता है. ऐसे समय में आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा और कम से कम बोलना होगा, जितना आप चुप रहेंगे उतनी परेशानियां कम हो जाएंगी. नौकरी पेशा और व्यवसायी लोगों को भी संभलकर रहना होगा, धोखा मिलने की संभावना है. कार्यक्षेत्र में महिला सहकर्मियों से सोच-समझकर बात करें नहीं तो मान-सम्मान की हानि हो सकती है. प्रेम में पड़े इस राशि के जातकों के लिये भी यह समय अच्छा नहीं है, किसी वजह से आपका संगी आपसे दूर हो सकता है. यह ऐसा समय है जब शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए आपको दोगनी मेहनत करनी पड़ेगी. इसलिये इस दौरान आलस्य को त्याग कर आगे बढ़ते रहें. आपके विरोधी भी इस दौरान सक्रिय रहेंगे. पेट से संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.

कुंभ- शुक्र का गोचर आपके पंचम भाव में होगा. यह भाव संतान भाव के रूप में भी जाना जाता है और इससे शिक्षा और प्रेम संबंधों पर भी विचार किया जाता है. इस भाव में शुक्र के गोचर से आपको इस अवधि में अच्छे फल मिलेंगे. पारिवारिक जीवन की बात की जाए तो लोगों के बीच सामंजस्य बना रहेगा, जिससे आपको भी खुशी प्राप्त होगी. आप घर के लोगों के साथ भविष्य को लेकर कोई नई योजना बना सकते हैं. आर्थिक पक्ष को सुधारने के लिये माता-पिता से सलाह लेना भी आपके लिये लाभदायक रहेगा, इस राशि के विवाहित लोगों को अपनी संतान से लाभ की प्राप्ति होगी. आपके बच्चे कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा. आपकी माता नौकरी पेशा हैं तो इस गोचर से उनको भी लाभ होने की संभावना है. प्रॉपर्टी के क्रय-विक्रय से भी आप फायदे की स्थिति में रहेंगे. कुंभ राशि के लोग अक्सर अपनी भावनाओं को आसानी से व्यक्त नहीं करते जिस कारण वो खुद को ही परेशान करते हैं, इस अवधि में आपको ऐसा करने से बचना चाहिये और खुद को ज्यादा से ज्यादा व्यक्त करने की कोशिश करनी चाहिये.

मीन- शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा. काल पुरुष की कुंडली में यह स्थान कर्क राशि का होता है और इससे सुख, माता, भूमि, गुप्त प्रेम संबंध आदि के बारे में विचार किया जाता है. शुक्र के इस गोचर के दौरान आपको भाई-बहनों से लाभ की प्राप्ति होगी और यदि उनके साथ किसी तरह का मनमुटाव था तो वो भी दूर हो सकता है. मानसिक रुप से आप शांत रहेंगे लेकिन माता का स्वास्थ्य आपको परेशान कर सकता है. कार्यक्षेत्र की बात की जाए तो कुछ परेशानियों का सामना कार्यक्षेत्र में करना पड़ सकता है. संभव है कि आपको ऐसा महसूस हो कि जो काम आप कर रहे हैं आप उसके लिये नहीं बने हैं. आपको जल्दबाजी में जॉब छोड़ने का फैसला नहीं करना चाहिये. इस दौरान प्रेम से जुड़े मामलों में भी आपको दिक्कतें आएंगी, अपने संगी से आपको कोई भी ऐसा वादा इस समय नहीं करना चाहिये, जिसे निभाना आपके सामर्थ्य में नहीं है. दांपत्य जीवन में प्रवेश कर चुके लोगों को जीवनसाथी से गिले-शिकवे खत्म करके आगे बढ़ना चाहिये. इस राशि के जातकों के स्वास्थ्य में इस गोचर के दौरान कुछ कमी आ सकती है. खांसी, जुकाम जैसी छोटी-मोटी बीमारियां आपको परेशान करेंगी.

News posted by : Radheshyam kushwaha

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