पटना : कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज करने वाले राजधानी के सभी प्रमुख अस्पतालों में वर्तमान में इस्तेमाल हो रहे बेड रविवार को फुल हो गये. कई जगहों पर सामान्य कोरोना मरीजों के बेड तो हैं, लेकिन गंभीर मरीजों के लिए बेड नहीं बचे हैं. कहीं अस्पताल की ओर से भले ही 100 बेड की घोषणा कर दी गयी लेकिन करीब 30 बेड ही मरीजों को भर्ती करने लायक बन पाये हैं. नतीजा यह हुआ कि रविवार को उन्होंने दूसरे अस्पतालों में रेफर करना शुरू कर दिया. जिन प्राइवेट अस्पतालों में इलाज शुरू हुआ है, वहां भी बेड फुल होने की सूचना मिलने लगी. इससे गंभीर मरीजों को रविवार को परेशानी झेलनी पड़ी. मरीजों की जान बचाने के लिए परिजन एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटते नजर आये.
पटना एम्स कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज के लिए राज्य का सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है. लेकिन यहां भी फिलहाल बेड मिलना किस्मत की बात साबित हो रही है. रविवार की शाम करीब सात बजे हमने पटना एम्स के कोरोना नोडल पदाधिकारी डाॅ संजीव से बात की और इस संबंध में जानकारी ली. उन्होंने बताया कि हमारे यहां फिलहाल करीब 400 बेड कोविड के इलाज में इस्तेमाल हो रहे हैं, इस समय तक सभी फुल हैं. नये मरीजों को भर्ती करना मुश्किल है.
नएमससीएच में पटना समेत पांच जिलों के कोविड 19 मरीजों को भर्ती किया जाता है. पटना के गंभीर मरीजों को ही यहां भर्ती किया जाता है. रविवार शाम तक यहां गंभीर मरीजों के लिए इस्तेमाल होने वाले इमरजेंसी के कुल 40 बेड, हाइ फलो आॅक्सीजन वाले 166 बेड फुल हो चुके थे. इसमें आइसीयू भी शामिल है. यहां फिलहाल कुल 447 बेड हैं जिसमें से सामान्य मरीजों के बेड ही खाली थे. यहां विभिन्न बेडो पर आॅक्सीजन पाइपलाइन लगाने का काम चल रहा है जिसके कारण भी सभी बेडो पर मरीजों को भर्ती नहीं किया जा सकता है. इसके अधीक्षक डाॅ बिनोद कुमार सिंह ने रविवार की शाम हमें बताया कि हमारे यहां गंभीर मरीजों के लिए इमरजेंसी, हाइ फलो आॅक्सीजन और आइसीयू के बेड फुल हो चुके हैं. वे कहते हैं कि रविवार को पीएमसीएच से कई गंभीर मरीजों को रेफर कर हमारे यहां भेजा गया है.
पीएमसीएच में पटना के कोविड 19 मरीजों के लिए खासतौर से इलाज की सुविधा पिछले बुधवार को शुरू की गयी थी. तब घोषणा की गयी थी कि यहां 100 बेड पर मरीजों का इलाज होगा. लेकिन फिलहाल पीएमसीएच 30 बेड पर ही मरीजों को भर्ती ले रहा है. इसके बाद आये मरीजों को रविवार को एनएमसीएच रेफर किया जाने लगा. इसके अधीक्षक डाॅ बीके कारक कहते हैं कि हमारे यहां फिलहाल 30 बेड पर मरीज भर्ती हैं. हमारे यहां 100 बेड की सुविधा है लेकिन शेष बेडों पर आॅक्सीजन पाइपलाइन का काम चल रहा है. इसके कारण थोड़ी असुविधा हो रही है. मंगलवार तक पाइपलाइन का काम पूरा हो जायेगा इसके बाद सभी 100 बेड का इस्तेमाल हो सकेगा.