चेंगदू : दक्षिण पश्चिम चीन में अमेरिका (USA) के एक वाणिज्य दूतावास (US Consulate) से रविवार को तीन ट्रक बाहर आते दिखे, जिन पर राजनयिक नंबर प्लेट लगी थी. चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव को लेकर इस दूतावास को बंद किया जा रहा है, जिसे देखने के लिए लगातार दूसरे दिन लोगों की भीड़ जुटी रही. लोग सेल्फी और तस्वीरें लेने के लिए रुक गये, जिससे वहां सड़क पर जाम लग गया.
यहां लगातार दूसरे दिन इतनी भीड़ जमा हुई. सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंगदू, अमेरिका के ह्यूस्टन शहर के साथ अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में है क्योंकि चीन और अमेरिका ने एक-दूसरे के वाणिज्य दूतावासों को बंद करने का आदेश दिया है.
पुलिस ने अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के सामने सड़क और फुटपाथ को बंद कर दिया है और वहां अवरोधक लगाये हैं. रविवार को एक बस वाणिज्य दूतावास से रवाना हुई. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बस में कौन थे. तीन ट्रक भी यहां आए और कुछ घंटे बाद रवाना हो गये. बीच-बीच में कुछ कारें भी वहां से निकलीं.
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अमेरिका ने इस हफ्ते की शुरुआत में ह्यूस्टन में चीन के वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया था, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए चीन ने भी चेंगदू वाणिज्य दूतावास को बंद करने आदेश दिया. अमेरिका ने आरोप लगाया कि ह्यूस्टन का वाणिज्य दूतावास चीनी जासूसों का अड्डा बन गया है, जिन्होंने टेक्सास में कंपनियों के डेटा चुराने की कोशिश की.
चीन ने इन्हें ‘दुर्भावनापूर्ण आरोप’ बताया. दूसरी ओर, गलवान घाटी में दोनों सेनाओ के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन के बीच भी तनाव चरम पर है. भारत ने चीन को कई आर्थिक झटके दिये हैं. चीन का कई और देशों से भी विवाद चल रहा है. ऐसे में वैश्विक मोर्चे पर चीन अलग-थलग पड़ गया है. अमेरिका मो कोरोनावायरस महामारी के लिए भी चीन को ही दोषी बताया है.
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.