व्यवस्था पर सवाल : आइसोलेशन वार्ड के बाथरूम की नहीं होती सफाई
गुमला : गुमला में संक्रमित मरीजों का डॉक्टर इलाज नहीं कर रहे हैं. संक्रमित मरीजों को मिलने वाले पौष्टिक आहार में भी कटौती कर दी गयी है. मरीज जिस आइसोलेशन वार्ड में रहते हैं, उसकी सफाई भी ठीक ढंग से नहीं हो रही है. यह शिकायत खुद संक्रमित मरीजों ने फोन पर की है.
मरीजों ने जो जानकारी दी है, उसके अनुसार डॉक्टर कभी भी संक्रमित मरीजों की जांच करने के लिए आइसोलेशन वार्ड में नहीं आते हैं. डॉक्टरों को जो सुरक्षा किट मिला है, उस किट को पहन कर वे सिर्फ घूमते हैं, परंतु मरीजों क जांच करने नहीं आते हैं. जबकि डॉक्टरों को यह किट इसलिए दिया गया है कि वे किट पहन कर आइसोलेशन वार्ड आयें और सुरक्षात्मक तरीके से संक्रमित मरीजों की जांच करते हुए उनके स्वास्थ्य में हो रहे सुधार की जानकारी दें, परंतु डॉक्टर ऐसा नहीं कर रहे हैं.
मरीजों ने यह भी बताया है कि 10 दिन पहले तक पौष्टिक आहार ठीक मिल रहा था, परंतु इधर कुछ दिनों से पौष्टिक आहार में कटौती कर दी गयी है. वहां कुछ खाद्य पदार्थ अभी भी प्लास्टिक में दिया जाता है, जबकि प्लास्टिक प्रतिबंधित है. प्लास्टिक में खाद्य पदार्थ नहीं देना है, परंतु यहां हर रोज प्लास्टिक में ही कुछ खाद्य पदार्थों को परोसा जा रहा है.
संक्रमित मरीजों ने कहा है कि इसमें सुधार हो, क्योंकि आइसोलेशन वार्ड में इसलिए मरीज रह रहे हैं कि वे स्वस्थ हो सके, परंतु यहां जिस प्रकार की व्यवस्था है, मरीज स्वस्थ होने की बजाय और गंभीर हो जायेंगे. मरीजों ने आइसोलेशन वार्ड के शौचालय रूम की साफ-सफाई पर भी सवाल खड़ा किया है.