भागलपुर : बिहार के कई जिलों में बाढ़ की दस्तक देखते हुए नाथनगर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना को लेकर इसबार प्रशासन को दोहरी चिंता सता रही है. बाढ़ राहत शिविरों की संख्या के साथ साथ प्रशासन उनकी व्यवस्था में भी बदलाव कर रही है. प्रशासन बाढ़ राहत शिविरों में सैनिटाइजेशन से लेकर दैहिक दूरी तक का ख्याल रख रही है.
नाथनगर अंचल क्षेत्र के रत्तीपुर बैरिया व शंकरपुर पंचायत के करीब दस हजार लोग बाढ़ से पीड़ित रहते हैं और राहत शिविर में शरण लेते हैं. कोरोना को लेकर इसबार प्रशासन ने शिविर में चारगुणा बढ़ोतरी की है. पहले जहां पांच शिविर चलाये जाते थे, इसबार लोगों के बीच आपसी दूरी बनाए रखने के लिए उसे बढ़ाकर 21 कर दिया गया है. इसबार मधुसुदनपुर, कजरैली व परबत्ती इलाके के स्कूलों, छात्रावासों समेत अन्य सरकारी संस्थानों को शिविर बनाने के लिए चिह्नित किया गया है.
सीओ राजेश कुमार ने बताया कि आपसी दूरी बनाए रखने के उद्देश्य से एक कमरे में एक ही परिवार को रखा जायेगा. बड़े कमरे या हॉल में कपड़े का टेंट बनाकर उसे छोटे कमरे का रूप दिया जायेगा.
शिविर को हर रोज सैनिटाइज किया जाएगा. इसके अलावा वहां रह रहे लोगों से दिन में तीन बार हाथ सैनिटाइज करवाया जाएगा. खाना बना रहे रसोइया, बीमारी से बचाव व संक्रमण रोकने के लिए वहां तैनात सभी अफसर कर्मी को ग्लब्स पहनाने की हिदायत दी गयी है. इनलोगों का भी बीच-बीच में हाथ सैनिटाइज कराया जाएगा.
सीओ ने बताया कि इसबार कोरोना को लेकर राहत शिविर में विशेष स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास रहेगा. सभी अलर्ट मोड में रहेंगे. शिविर में रह रहे पीड़ितों को बीमारी के संदेह पर तुरंत चेकअप कराया जायेगा. कोरोना पॉजिटिव आ जाने पर उसे आइसोलेट करने की व्यवस्था भी की जायेगी. इस पर कड़ी निगरानी जारी रहेगी.
posted by ashish jha