नयी दिल्ली : दिल्ली हिंसा का आरोपी जेएनयू छात्र शरजील इमाम कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. शरजील इमाम के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद उसे हिरासत में लेने असम गयी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम वापस लौट आयी है.
दिल्ली पुलिस को अब शरजील संक्रमण मुक्त होने तक का इंतजार करना होगा. मालूम हो असम की जेल में बंद शरजील के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
इससे पहले इस महीने दिल्ली उच्च न्यायालय ने जेएनयू छात्र शरजील इमाम के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए समय बढ़ाने के आधार को सही और न्यायोचित ठहराया था और इमाम ही याचिका को खारिज कर दिया. निचली अदालत में अभियोजन पक्ष द्वारा आवेदन या रिपोर्ट दायर किए जाने तक की गई जांच के ब्योरे और जांच प्राधिकार द्वारा की जाने वाले जांच के बाकी बिंदुओं को पढ़ने के बाद उच्च न्यायालय ने कहा कि जांच की अवधि बढ़ाने का निर्णय गलत नहीं हो सकता.
न्यायमूर्ति वी कामेश्वर राव ने 28 जनवरी को गिरफ्तार किए गए इमाम की याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसके खिलाफ दर्ज मामले की जांच पूरी करने के लिए पुलिस को और समय दिए जाने के एक निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी गई थी. निचली अदालत ने एजेंसी को सख्त गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामले की जांच पूरी करने के लिए वैधानिक 90 दिनों के अलावा तीन और महीने का समय दिया था.
Also Read: India China Face Off: चीन देखेगा भारतीय नौसेना का दम, LAC पर उड़ान भरेंगे MiG-29K
गौरतलब है कि इमाम को पिछले साल दिसंबर में यहां जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन से संबंधित मामले में बिहार के जहानाबाद जिले से 28 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था.
इमाम वर्तमान में असम पुलिस द्वारा दर्ज यूएपीए से संबंधित एक मामले में गुवाहाटी जेल में बंद है. इमाम शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन आयोजित करने में कथित तौर पर शामिल था, लेकिन वह उस वीडियो के सामने आने के बाद सुर्खियों में आया, जिसमें उसने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक सभा से पहले कथित विवादास्पद टिप्पणी की, जिसके बाद उसपर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया. उसके खिलाफ असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में अलग-अलग मामले भी दर्ज हैं.