मुंगेर : कारोना का खौफ इस कदर हावी है कि हर कोई इससे बचने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी खौफ के कारण केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने थोक दवा दुकानों को शनिवार और रविवार को बंद रखने का निर्णय लिया है. इस दो दिनों की बंदी से मुंगेर में थोक दवा के लगभग 50 लाख रूपये का कारोबार प्रभावित हुआ है. इतना ही नहीं कई खुदरा दुकानों का स्टॉक भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ और दवा के खुदरा कारोबार को भी झटका लगा है.
जिले में संचालित हो रही 80 दवा दुकानें: मुंगेर जिले में लगभग 80 थोक दवा की दुकान संचालित हैं. जिसमें बड़ी एवं छोटी दोनों दुकानें शामिल हैं. जो शनिवार और रविवार को बंद रहीं. जिससे कारण लगभग 50 लाख रुपये का थोक दवा कारोबार प्रभावित हुआ है. बताया जाता है सामान्य दिनों में पूरे जिले में थोक दवा कारोबार प्रतिदिन का 30 से 35 लाख का होता था. लेकिन आवागमन बाधित रहने से कारोबार पहले से ही प्रभावित है. इतना ही नहीं मुंगेर बाजार में सोमवार को साप्ताहिक छुट्टी रहती है. माना जा रहा है कि अगर सोमवार को भी थोक दवा दुकान बंद रही, तो कारोबार बुरी तरह से प्रभावित होगा. बताया जाता है कि अधिकांश थोक दवा की दुकानें मुंगेर शहर एवं जमालपुर में संचालित होती हैं. जहां से जिले के अन्य हिस्सों में दवा भेजी जाती है. इतना ही नहीं लखीसराय जिला के सूर्यगढ़ा प्रखंड तक मुंगेर से दवा सप्लाइ होती है.
खुदरा दवा कारोबार को भी लगा झटका: खुदरा दवा कारोबार को भी काफी झटका लगा है. क्योंकि शहर के 90 प्रतिशत चिकित्सक क्लीनिक व निर्सिंग होम को बंद कर दिया है. जिसके कारण मरीज का इलाज नहीं हो रहा है और दवा की खरीद मरीज नहीं कर रहे हैं. पुराने रोगी और सामान्य दवा को छोड़ दे तो खुदरा दवा का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित है. इतना ही नहीं थोक दवा दुकान के बंद रहने से खुदरा दवा दुकानों में दवा का टोटा हो गया है. दवा का स्टॉक खत्म हो रहा है और खुदरा कारोबार बुरी तरह से प्रभावित रहा.