झारखंड में कोरोना कहर बनकर टूट रहा है. अब तक 2 लाख से ज्यादा लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है. जिनमें 5 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. तो वहीं, सूबे में बढ़ते संक्रमण को देख राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता सहमे हुए है… आलम यह है कि सूबे में राजनितिक गतिविधियां थम गई है… इधर, झारखंड में टॉप से लेकर बॉटम तक के कई महत्वपूर्ण पद रिक्त है जिसके कारण कई कामकाज ठप पड़ गये हैं… वहीं, झाविमो छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होनेवाले विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की अब भी पार्टी की मुख्यधारा में नहीं जुड़ पाये है़ं दोनों ही विधायकों को संगठन ने भी किनारे कर रखा है़.. और इनसबके बीच राजधानी में जलनिधि घोटाला सामने आया है, अधिकारियों ने ठेकेदारों से मिलकर दोगुनी कीमत का फर्जी बिल बनाकर निकाले पैसे… आज टॉप 5 झारखंड में हम इन्ही खबरों पर करेंगे विस्तार से चर्चा…
झारखंड में अब तक 2,12,552 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है. इनमें 5,588 संक्रमित पाये गये हैं. एक्टिव केस की संख्या 2,785 है. वहीं स्वस्थ होनेवाले 2,718 हैं. जबकि कुल 56 की मौत हो चुकी है. झारखंड में कोरोना वायरस से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
Also Read: जिस जिले में जांच की गति ज्यादा, वहां कोरोना संक्रमित भी ज्यादा, पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा संक्रमित, दूसरे नंबर पर रांची
झारखंड में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसको लेकर राजनीतिक दल भी अलर्ट हो गये हैं. राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता सहमे हुए हैं. इनकी फिल्ड की गतिविधियां भी थम गयी हैं.
Also Read: Corona Virus : बढ़ते संक्रमण को देख सहमे राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता, थमी गतिविधियां
राज्य में कई महत्वपूर्ण पद महीनों से रिक्त पड़े हुए हैं. इससे कामकाज पर असर पड़ रहा है. कई अधिकारी पदस्थापन की प्रतीक्षा में बैठे हुए हैं. इसमें कई भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी शामिल हैं.
Also Read: झारखंड में टॉप से लेकर बॉटम तक कई महत्वपूर्ण पद रिक्त, कामकाज पर पड़ रहा है असर
झाविमो छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हाेनेवाले विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की अब भी पार्टी की मुख्यधारा में नहीं जुड़ पाये है़ं दोनों ही विधायकों को संगठन ने भी किनारे कर रखा है़ दोनों ही विधायक पार्टी की खेमेबंदी के भी शिकार हुए है़ं
Also Read: कांग्रेस में प्रदीप यादव व बंधु तिर्की दरकिनार!, झाविमो छोड़ कांग्रेस में हुए थे शामिल
जलनिधि (पायलट प्रोजेक्ट) घोटाले में शामिल अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिल कर बाजार से दोगुनी कीमत पर सामग्री की खरीद का फर्जी बिल बनाया था.
Also Read: जलनिधि घोटाला : दोगुनी कीमत का फर्जी बिल बना निकाले पैसे