बांका : कोरोना से संक्रमित लोगों को रखने के लिए सदर प्रखंड के लकड़ीकोला स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज को आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. जहां इन दिनों गंदगी का अंबार होने की बात बतायी जा रही है. इसको लेकर सेंटर में भर्ती कई मरीजों ने प्रभात खबर से संपर्क कर अपनी समस्याओं को रखा है, और बताया है कि लकड़ीकोला स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में इन दिनों कचरे का अंबार लगा हुआ है, जहां नियमित साफ सफाई का अभाव देखा जा रहा है.
मरीजों ने बताया कि सेंटर पर सफाई कर्मी जरूर पहुंचते हैं, लेकिन सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति कर चले जाते हैं. जो सफाई कर्मी पीपीई कीट पहनकर सेंटर की सफाई करते हैं, वो अपना कीट परिसर के अंदर ही खोल कर यत्र तत्र फेंक कर चले जाते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा और भी बढ़ने की संभावना है. इसके अलावे शौचालय, स्नानागार की भी मुक्कमल साफ सफाई नियमित नहीं होती है.
कूड़ेदान में भरा कचरा यूं ही कई दिनों तक पड़ा रहता है. जिससे सेंटर पर सड़ांध बदबू आती है, जिससे वहां पर रहने वाले लोगों को काफी परेशानियां हो रही है. इसकी शिकायत सेंटर पर प्रतिनियुक्त प्रबंधक से की गयी है, लेकिन उनकी ओर से भी नियमित सफाई की दिशा में ठोस पहल नहीं किया जा रहा है. मरीजों ने कहा सेंटर से बेहतर होता होम कोरेंटिन : लकड़ीकोला स्थित आइसोलेशन सेंटर पर सरकारी विभाग के कई अधिकारी, कर्मी व बैंक कर्मी भी भर्ती हैं. इन लोगों ने बताया है कि जितनी गंदगी व बदतर व्यवस्था आइसोलेशन सेंटर पर है, इससे बेहतर होता कि वे होम कोरेंटिन में रहते, कम से कम उन्हें इस गंदगी के बीच रहना तो नहीं पड़ता, सेंटर पर भर्ती लोगों ने अस्पताल प्रबंधन से नियमित साफ सफाई की मांग की है.