कैमूर : एनएच दो पर कर्मनाशा नदी के क्षतिग्रस्त होने के बाद विकल्प के रूप में बनाये गये स्टील ब्रिज की सड़क की धंस गयी है़ इसके कारण एनएचएआइ ने स्टील ब्रिज पर ओवरलोडेड वाहनों का परिचालन रोक दिया है़ इसके कारण पिछले चार दिनों से एनएच दो के दोनों लेनों में भीषण जाम लगा हुआ है. कुदरा, मोहनिया व दुर्गावती थानों की पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी सड़क पर उतर गये, लेकिन जाम से मुक्ति नहीं मिली. जाम की वजह से दूसरे लेन से जा रहे साइकिल सवार किसान की हादसे में मौत हो गयी. गौरतलब है कि एनएच दो पर पिछले चार दिनों से जाम की स्थिति है. शुक्रवार को एक लेन में मोहनिया से पुसौली व दूसरे लेने में टॉल प्लाजा से मुठानी तक भीषण जाम लगा रहा.
मोहनिया शहर के जिले के तीन थानों कुदरा, मोहनिया व दुर्गावती की पुलिस व प्रशासन पूरी तैयारी के लिए एनएच दो पर उतर जाये तो भीषण जाम की समस्या से कराह रहा जीटी रोड निजात पा जायेगा. एनएचएआइ जिस तरह से स्टील ब्रिज को बचाने के लिए दिन-रात अपने अधिकारियों को सड़क पर उतार कर कार्रवाई कर रही है, उसी तरह जिला प्रशासन पूरी तैयारी के लिए जीटी रोड पर उतरे, तो पल भर में जाम की समस्या से निजात मिल जायेगा. जीटी रोड पर जाम की समस्या से अब लोगों की जानें भी जाने लगी है.
इसका उदाहरण गुरुवार की शाम देखने को मिला. भीषण जाम की वजह से दूसरे लेन से जा रहे साइकिल सवार किसान की बाइक दुर्घटना में मौत हो गयी. इसके पहले कई मरीजों को बेहतर इलाज के लिए ले जाने के दौरान इस भीषण जाम में फंस जाने से मौत हो गयी. ये बातें हम नहीं कह रहे हैं. ये बातें लोगों का कहना है कि जो हर रोज अपने कार्यों से जीटी रोड के रास्ते जाते हैं. लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन पूरी तैयारी के साथ एनएचएआई से मिल कर एनएच दो पर उतरे, तो बेतरतीब ढंग से जीटी रोड पर खड़े वाहनों, ओवरलोडेडे वाहनों पर कार्रवाई करते हुए एनएच दो पर जाम की समस्या से निजात दिला सकता है.
गौरतलब है कि एनएच दो पर पिछले चार दिनों से जाम की स्थिति है. पहले तो जाम एनएच दो के एक लेन में लगता था और दूसरी लेन से छोटे वाहन व यात्री बस सहित पर्यटक निकल जा रहे थे. लेकिन, अब एनएच दो के दोनों लेन में भीषण जाम लग रहा है. शुक्रवार को एक लेन में मोहनिया से पुसौली व दूसरे लेने में टॉल प्लाजा से मुठानी तक भीषण जाम लगा रहा. इसके कारण ट्रक चालकों के साथ आमलोग भी परेशान हो रहे हैं. जाम से छूटकारा दिलाने के लिए प्रशासन व पुलिस कोई रुचि नहीं दिखा रही है. लोग अपने से जाम हटा कर आने जाने को विवश हैं. यदि पुलिस प्रशासन इस पर कार्रवाई करे, तो जाम की समस्या से निजात मिल जायेगा. हालांकि, मोहनिया में देखा गया कि कुछ पुलिस वाले जाम छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे.