Jac 12th result 2020 : हजारीबाग (जमालुद्दीन) : इंटर साइंस कॉलेज, हजारीबाग के 12 विद्यार्थी जैक इंटर विज्ञान 2020 की परीक्षा में स्टेट टॉप 10 में स्थान बनाये हैं. हजारीबाग जिला टॉपर के साथ झारखंड में स्थान मिलने पर कॉलेज के शिक्षक और छात्र परिणाम आते ही खुशी जाहिर किया. इंटर साइंस कॉलेज के ढाई सौ विद्यार्थी 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाने में सफल हुए हैं.
झारखंड में दूसरा स्थान नीतीश कुमार केशरी 452 अंक लाकर कॉलेज का नाम रोशन किया है. राज्य में टॉप 4 में रूपेश कुमार यादव को 449 अंक आया. वहीं, टॉप 5 में सूर्यदेव महतो और नेहा कुमारी ने 448 अंक प्राप्त किये. टॉप 6 में शुभम कुमार ने 447 अंक प्राप्त किया. टॉप 7 में मनीष प्रसाद और सचिन कुमार महतो ने 446 अंक प्राप्त किये. टॉप 8 में रितिक राज ने 445 अंक प्राप्त किया. टॉप 9 में सुबोध कुमार ने 443 अंक प्राप्त किया. वहीं, टॉप 10 में विपिन साव, रंजीत दांगी और विशाल कुमार मेहता ने 442 अंक प्राप्त किये हैं.
इंटर साइंस कॉलेज, हजारीबाग के विद्यार्थी वर्ष 2007 से लगातार हजारीबाग जिला टॉप टेन में रहा है. वर्ष 2011 में मयंक कुमार राज राज्य में दूसरा टॉपर, वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में नीतीश कुमार केशरी स्टेट में दूसरा टॉपर बने. वर्ष 2018 में निशांत संकल्प राज्य में तृतीय स्थान प्राप्त किया था. इंटर विज्ञान संकाय में पिछले 13 वर्षों से कॉलेज का रिजल्ट राज्य स्तर पर उल्लेखनीय रहा है. राज्य टॉप-10 में हर वर्ष इस कॉलेज के विद्यार्थी ने अपना स्थान बनाया है.
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इंटर साइंस कॉलेज, हजारीबाग के प्राचार्य बसंत कुमार झा ने कहा कि इस कॉलेज में पूरे झारखंड के विद्यार्थी पढ़ने आ रहे हैं. यह गौरव की बात है. हर साल हमारे विद्यार्थी जिला टॉप के अलावा स्टेट में भी स्थान प्राप्त कर सभी को गौरवान्वित कर रहे हैं.
इंटर सांइस में झारखंड में सेकेंड स्टेट टाॅपर बने नीतीश कुमार केशरी आइआइटी में सफल होकर कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते हैं. नीतीश पढ़ाई की शुरुआती दौर के बारे में बताते हैं कि बोकारो जिले के गोमिया से हजारीबाग आकर लॉज में खुद ही खाना बनाकर 15 घंटा पढ़ाई करता रहा. उन्होंने कहा कि सुबह 4 बजे से 6 बजे तक पढाई करते रहे. सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक कॉलेज में रहते थे. कॉलेज से आते ही दोपहर का खाना बनाकर खाने के बाद रात के 8 बजे तक पढ़ाई करते थे. रात का खाना बनाकर खाने के बाद 11 बजे तक पढ़ाई करते थे. नीतीश का बचपन का सपना सैनिक स्कूल तिलैया में पढ़ने का पूरा नहीं हो पाया. मेरिट लिस्ट में आने के बाद मेडिकल में छट गया था. फिर गांव के ही हरिजन आदिवासी विकास उच्च विद्यालय, इस्कोपी गोमिया में पढ़ाई करने लगा.
वर्ष 2018 की मैट्रिक परीक्षा में 446 अंक लाकर स्कूल टॉपर बना. इसके बाद इंटर साइंस की पढ़ाई के लिए हजारीबाग इंटर साइंस कॉलेज में नामांकन कराया. 2 साल तक कॉलेज के आंतरिक परीक्षा में उत्कृष्ट अंक लाने के लिए 100 रुपये का पुरस्कार प्राचार्य द्वारा लगातार मिलता रहा.
नीतीश ने बताया कि कॉलेज के अलावा सिर्फ घर में पढ़ाई किया हूं. हजारीबाग में कई बेहतर कोचिंग संस्थान होने के बावजूद आर्थिक परेशानियों के कारण कहीं भी ट्यूशन नहीं पढ़ा. कॉलेज के प्राचार्य बसंत कुमार झा से रसायन विषय एवं अन्य शिक्षकों से अलग- अलग विषयों पर समय-समय में परेशानियों से संबंधित जानकारी लेता रहा था. नीतीश को गणित में 100 अंक, रसायन में 87 अंक, भौतिकी में 95 अंक, इंगलिश में 80 अंक, कंप्यूटर साइंस में 90 अंक मिले हैं. नीतीश ने बताया कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि हम कॉलेज टॉप करेंगे, लेकिन स्टेट में दूसरा स्थान आने से मेरा आत्मविश्वास और बढ़ा है. नीतीश कुमार बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी के केसरी मुहल्ला के रहनेवाले हैं. पिता कैलाश प्रसाद केशरी, माता रेखा देवी, छोटा भाई निखित और बडी बहन निशा केशरी, दादी सारो देवी समेत पूरा परिवार नीतीश के स्टेट टॉप बनते ही खुशी मनाने लगे हैं.
Posted By : Samir ranjan.