पाकिस्तान में युवाओं और किशोरों का पसंदीदा मोबाइल गेम पबजी पर बैन लगा दिया गया हैं. पाकिस्तान की इमरान खान की सरकार ने इस मोबाइल गेम को इस्लाम विरोधी करार देते हुए इस अपने देश में प्रतिबंधित कर दिया है. पबजी पर बैन लगाने के पीछे यह तर्क दिया जा रहा है कि इस खेल को खेलने से इसकी लत लग जाती है. युवाओं की मानसिकता पर इसका गलत प्रभाव पड़ता है. उनकी सोच और शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
माना जा रहा है कि इमरान खान के इस कदम से उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ को नुकसान हुआ है. इस कदम के जरिये पार्टी ने युवा वोटरों को खुद से दूर कर लिया है. पाकिस्तान में इस खेल का समर्थन करने वाले भी बहुत है. उनका कहना है कि यदि धार्मिक ख्याल, नैतिकता और वक्त की बर्बादी किसी एक खेल को बैन करने का पैमाना हैं, तो फिर इमरान खान सरकार को पूरा डिजिटल स्पेस ही बंद कर देना चाहिए. क्योंकि कोई भी रेग्युलेटर- पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) के तय किए पैमानों को पूरी तरह नहीं मानता.
गेम को बैन किये जाने के विरोध में दायर कि गयी अर्जी पर जवाब देते हुए पीटीए ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को बताया कि पबजी के गेम में कुछ ऐसे सीन दिखाये जाते हैं जो इस्लाम के खिलाफ है. इसके साथ ही टिकटॉक को भी इस्लाम विरोधी बताकर बैन करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए आवेदन दे दिया गया है.
बता दे कि पबजी के कारण पाकिस्तान में आत्महत्या के तीन मामले आ चुके हैं. यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने वीडियो गेम पर प्रतिबंध लगाया है. 2013 में, युद्ध-थीम वाले गेम कॉल ऑफ ड्यूटी और मेडल ऑफ ऑनर को पाकिस्तान को आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय के रूप में दिखाने के लिए स्टोर से हटा दिया गया था. जबकि वलकायरी ड्राइव: भिक्खुनी को 2017 में अपनी यौन सामग्री और समलैंगिक रोमांस को दिखाने के कारण बैन कर दिया था.
पाकिस्तान में बहुत से लोग चाहते हैं कि सरकार गेमर्स को सपोर्ट करे, ताकि वो भी पबजी जैसे गेम तैयार कर सके और उन्हें इसका मुनाफा हो. कुछ गेमिंग प्रोफेश्नल्स हैं जो पैसा लगाने के लिए तैयार है पर पाकिस्तान सरकार का साफ कहना है कि पबजी गेम खेलाकर युवाओं का समय बर्बाद नहीं करना चाहता है. पबजी और टिकटॉक के खिलाफ हो रही कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान के युवाओं में आक्रोश है.
Postd By: Pawan Singh