काठमांडू : नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली के राजनीतिक भविष्य पर आज बड़ा फैसला हो सकता है. नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी ने आज स्टैंडिंग कमिटी की बैठक बुलाई है. बैठक में ओली के राजनीतिक भविष्य पर फैसला लिया जा सकता है. इससे पहले, ओली ने पूर्व पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड के साथ बैठक की, लेकिन बातचीत बेनतीजा निकला.
द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार बालूवाटर में आज पीएम केपी ओली, पूर्व पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड और पूर्व पीएम माधव नेपाल के बीच बातचीत हुई. दोनों नेता प्रचंड से एक पद छोड़ने की बात कह रहे थे, लेकिन ओली इसके लिए तैयार नहीं हुए हैं, जिसके बाद माना जा रहा है कि कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है.
8 दौर की बातचीत- बता दें कि नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली पार्टी के सहयोगी नेताओं के साथ 8 दौर की बातचीत कर चुके हैं, लेकिन सभी बैठक बेनतीजा रहा. प्रचंड गुट का कहना है कि ओली को अपने दोनों पद में से किसी एक पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं ओली दोनों पद पर बना रहना चाहते हैं, जिसके बाद आज पार्टी कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गयी है.
क्या है मामला- नेपाल में राजनीतिक विवाद उस वक्त बढ़ गया जब पीएम ओली चीन की शह पर विदेश नीति का संचालन करने लगा. इसी दौरान नेपाल में कोरोना महामारी तेजी से बढ़ने लगा, जिसके रोकने में सरकार असफल रही. इसी के बाद सत्तारुढ दलों के सहयोगियों ने ओली का विरोध करना शुरू कर दिया. इसके अलावा, ओली को अपने पदों से इस्तीफा देने के लिए कहा.
सीटों का गणित- नेपाल में नेशनल एसेंबली में 56 सीट है, जिसमें से 29 सांसद सरकार के लिए चाहिए. केपी ओली की पार्ट कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) के पास 27 सीट है, जबकि कांग्रेस के पास 13 और प्रचंड की पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी (माओ) के पास 12 सांसद है, इसके अलावा सरकार 4 क्षेत्रीय पार्टी के सांसद हैं, ओली को डर है कि कांग्रेस और प्रचंड क्षेत्रीय पार्टी की सहयोग से सरकार बनाने का दावा न कर दें.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra