भोपाल : मध्यप्रदेश के गुना से पुलिसिया बर्बरता की एक शर्मनाक घटना सामने आई है. एमपी पुलिस ने एक कब्जे को मुक्त कराने के दौरान जमीन पर लगी फसल को रौंद दिया, जिसके बाद दलित किसान पत्नी के साथ कीटनाशक दवा पी लिया. इस घटना के सामने आने के बाद राज्य में राजनीतिक हंगामा शुरू हो गया है. वहीं सरकार ने आनन-फानन में जिले कलेक्ट और एसपी को हटा दिया है.
न्यूज 18 टीवी रिपोर्ट्स के अनुसार गुना में साइंस कॉलेज के लिए जमीन आवंटित की गई है, जिसपर एक दलित दंपत्ति अपनी फसल बो दी थी. पुलिस इसी को हटाने के लिए आई थी, लेकिन इस दौरान पुलिसिया बर्बरता सामने आया. पुलिस ने दंपति के साथ मारपीट की, जिसके बाद दंपत्ति ने कीटनाशक पी लिया.
कांग्रेस ने बोला हमला- कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद सरकार पर हमला बोल दिया. कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए राज्य में जंगलराज कायम होने की बात कही है. वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ भी इस पूरे मामले में सरकार पर निशाना साधा. कमलनाथ ने कहा, ‘ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहाँ ले जा रही है ? ये कैसा जंगल राज है ? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज.’
सिंधिया ने किया ट्वीट– इस मामले के सामने आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया है. सिंधिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘गुना की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से चर्चा कर के ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया है.’ सिंधिया ने आगे लिखा कि गुना की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए है. बता दें कि गुना ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है.
आईजी, डीएम और एसपी नपे- इस पूरे घटनाक्रम के बाद सरकार एक्शन में आ गई है. सीएम ने तत्काल ग्वालियर रेंज के आईजी, गुना के एसपी और डीएम को हटा दिया है. राजेश सिंह को गुना का नया एसपी बनाया गया है. वहीं मुख्यालय में पदस्थ अविनाश शर्मा को नया आईजी बनाया गया है.
Posted by : Avinish Kumar Mishra