रांची : चालू खरीफ मौसम में करीब 22 फीसदी खेतों में धान का रोपा हो गया है. राज्य में खरीफ के सीजन में सबसे अधिक खेतों में धान ही लगाया जाता है. इस बार समय पूर्व मॉनसून आ जाने और लगातार बारिश से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. किसानों को समय पर बीज मिल गया है. खेतों में पानी है. इस कारण रोपा का काम भी तेजी से हो रहा है. झारखंड में आम तौर पर 31 जुलाई तक रोपा होता है.
कृषि अधिकारियों का मानना है कि अगर यही रफ्तार रही, तो 31 अगस्त तक 90 फीसदी से अधिक खेतों में धान का रोपा हो जायेगा. कृषि विभाग ने इस बार 18 लाख हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य रखा है. इसमें करीब चार लाख हेक्टेयर में धान लगाया जा चुका है.
पलामू प्रमंडल फिर भी पीछे : इस बार पलामू प्रमंडल में अच्छी बारिश हुई है, जो सामान्य से करीब दोगुना अधिक है.
इसके बाद भी पलामू प्रमंडल के सभी जिले धान लगाने में लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं. पलामू प्रमंडल में लातेहार को छोड़ कर पलामू और गढ़वा जिले में मामूली रोपा हो पाया है. यहां कुल लक्ष्य का मात्र सात फीसदी ही रोपा हुआ है. दूसरी अोर दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में तय लक्ष्य का करीब 24 फीसदी रोपा हो गया है.
कोल्हान में चूंकि कई जिलों में सीधी बुआई होती है. इस कारण वहां करीब 45 फीसदी खेतों में धान लगाया जा चुका है. उधर उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में करीब 10 फीसदी खेतों में ही धान लग सका है. इसी तरह संताल परगना में करीब 21 फीसदी खेतों में रोपा हो चुका है.
प्रमंडलवार धान रोपा की स्थिति (हजार हेक्टेयर में)
प्रमंडल लक्ष्य रोपा
द छोटानागपुर 567.00 140.93
पलामू 136.0 8.52
कोल्हान 289.8 177.71
उत्तरी छोटानागपुर 336.50 35.45
संताल परगना 364.50 79.10
यही रफ्तार रही, तो 31 अगस्त तक 90 % खेतों में हो जायेगा रोपा
कृषि विभाग ने 18 लाख हेक्टेयर में धान लगाने का लक्ष्य रखा है
Post by : Pritish Sahay