रांची : आदिवासियों, किसानों और गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए नाबार्ड को मजबूती से पहल करनी चाहिए. नाबार्ड के 39वें स्थापना दिवस के अवसर पर यह बातें वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहीं. वह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल थे. उन्होंने टीडीएफ, एफपीओ, डब्ल्यूएसएचजी, केसीसी, ई-शक्ति जैसी योजनाओं पर चर्चा की.
स्थापना दिवस के मौके पर क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से अच्छे प्रदर्शन करने वाले एसएचजी व अन्य सहयोगी संस्थाओं के बीच पुरस्कार समारोह का आयोजन भी किया गया. उद्घाटन भाषण में नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक आशीष कुमार पाढी ने 38 वर्षों की उपलब्धियों पर जानकारी दी.
कहा कि नाबार्ड ने देश में माइक्रोफाइनेंस कार्यक्रम चलाया, जो विश्व का सबसे बड़ा अभियान है. कार्यक्रम मेें वित्त सचिव डॉ हिमानी पांडे के साथ कई उपायुक्त ऑनलाइन जुड़े हुए थे. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी को कम करने में एफपीओ की भूमिका पर जोर देते हुए झारखंड में नाबार्ड, यूनिट कॉस्ट, एसएचजी और ई-शक्ति पर पुस्तकों और ब्रोशर का विमोचन किया गया.
Post by : Pritish Sahay