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Flood in Bihar: महानंदा सहित सहायक नदियों का बढ़ रहा जलस्तर, कोसी के जलस्तर में आयी कमी

Flood in Bihar: भागलपुर : नेपाल के तराई व कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बीते 24 घंटे के अंदर बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी आयी है. मंगलवार की शाम चार बजे वीरपुर बराज पर कोसी का कुल डिस्चार्ज 01 लाख 76 हजार 695 क्यूसेक दर्ज किया गया. इसमें पूर्वी मुख्य केनाल में 02 हजार 500 एवं पश्चिमी केनाल में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में शाम 06 बजे कोसी का जलस्राव 01 लाख 39 हजार 325 क्यूसेक अंकित किया गया. कोसी के डिस्चार्ज में कमी आने से विभागीय अभियंताओं ने थोड़ी राहत की सांस ली है.

भागलपुर : नेपाल के तराई व कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में बीते 24 घंटे के अंदर बारिश की रफ्तार थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी आयी है. मंगलवार की शाम चार बजे वीरपुर बराज पर कोसी का कुल डिस्चार्ज 01 लाख 76 हजार 695 क्यूसेक दर्ज किया गया. इसमें पूर्वी मुख्य केनाल में 02 हजार 500 एवं पश्चिमी केनाल में 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में शाम 06 बजे कोसी का जलस्राव 01 लाख 39 हजार 325 क्यूसेक अंकित किया गया. कोसी के डिस्चार्ज में कमी आने से विभागीय अभियंताओं ने थोड़ी राहत की सांस ली है.  

सुपौल में तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कई गांवों में बाढ़ का खतरा

तिलयुगा नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्मली प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. वहीं, सुरसर, गैड़ा व खारो नदी का जलस्तर बढ़ने से छातापुर एवं कुनौली क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. कुनौली मुख्य सड़क का डायवर्सन बह जाने के कारण आवागमन ठप हो गया है. इधर, सुरसर और गैड़ा नदी उफनाने से छातापुर प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित हैं.

कटिहार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त, महानंदा के जलस्तर में वृद्धि से निचले इलाकों में फैला पानी

रामपुर होकर एनएच 31 किनारे से कुरसेला बस्ती की ओर आनेवाली धार में बाढ़ का पानी फैलने से निर्माणाधीन कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है. कल्वर्ट का निर्माण धार के बीच एनएच किनारे किया जा रहा था. मंगलवार को भी महानंदा नदी सहित गंगा, कोसी एवं बरंडी नदी के जलस्तर में भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. महानंदा नदी तो सभी स्थानों पर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है. इस नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से कदवा, आजमनगर, बारसोई, बलरामपुर, प्राणपुर, डंडखोरा प्रखंड के निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने लगा है.

सहरसा में कई सड़कों पर बह रहा पानी, नाव बनी सहारा

पिछले कई दिनों से लगातार मूसलधार वर्षा और कोसी बराज से अधिकतम जल निस्सरण के कारण कोसी व कमला बलान नदी के गर्भ में अवस्थित आबादी बाढ़ से घिर चुकी है. महिषी के गंडौल-विरौल मुख्य मार्ग को छोड़ सभी संपर्क पहुंच पथ पर पानी के ओवरफ्लो होने से आवागमन की सुविधा समाप्त हो चुकी है. एकमात्र सहारा नाव ही बचा है.

मधेपुरा में बाढ़ के पानी के तेज बहाव से टूटा डायवर्सन, छह घंटे तक बाधित रहा परिचालन

चौसा प्रखंड में बाढ़ के पानी से भटगामा-उदाकिशुनगंज एसएच-58 पेट्रोल पंप भटगामा के समीप नवनिर्माण पुल के पास मंगलवार को पानी के तेज बहाव से डायवर्सन टूट गया. इससे तकरीबन छह घंटे वाहनों के परिचालन बाधित रहा. हालांकि, ठेकेदार के द्वारा मोटेरेबल का कार्य प्रारंभ कर सड़क संपर्क को चालू कराने का प्रारंभ कर दिया गया है. फुलौत पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के सपनी मुसहरी, झंडापुर बासा, घसकपूर, पनदही बासा, कारे बासा, अमनी, करेलिया, बड़ीखाल, मोरसंडा, श्रीपुरबासा, पर्वता, भटगामा, चिरौरी, लौआलगाम पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के हिस्सों में पानी फैला गया है. इससे ग्रामीणों का अपने मवेशियों के चारे की किल्लत उत्पन्न हो गयी है.

Posted By : Kaushal Kishor

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