मधुबनी: शहर का वार्ड नंबर 2 में सड़क व नाला नहीं रहने से लोग जलजमाव व गंदगी में जिंदगी काट रहे हैं. संतु नगर, रामगंज, विवेकपुरम, अल्पसंख्यक बस्ती में दर्जनों घरों में बारिश का पानी चला गया है. लोग अपने घरों को छोड़ने को मजबूर हैं. लेकिन, प्रशासन की ओर से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. इसके कारण करीब 5000 से अधिक आबादी प्रभावित है. 75 वर्षीय उर्मिला देवी, 70 वर्षीय लीला देवी, अनुराधा देवी, जयमाल देवी, मुन्नी देवी बताती है कि नाला और सड़क निर्माण हम लोगों के लिए सपना ही बनकर रह गया है. बरसात आते ही रूह कांप उठता है. आज तक वार्ड में विकास कार्य होता नहीं देखा है. लगता है सारी उम्र इसी तरह बीत जायेगी.
आधारभूत संरचना का अभाव : वार्ड 2 में जल निकासी के लिए नाला का निर्माण नहीं किया गया है. वहीं महादलित, अल्पसंख्यक व अति पिछड़ा बस्ती में सड़क निर्माण की गति धीमी है. जलजमाव से सैकड़ों परिवार विस्थापितों जैसी जिंदगी जी रहे हैं. वार्ड के संतु नगर, रामगंज, विवेकपुरम, अल्पसंख्यक बस्ती में नाला नहीं रहने के कारण लोगों के घरों में पानी जमा रहता है. बड़े बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को परेशानी होती है. लोगों को घर से बाहर निकलने में फजीहत झेलनी पड़ती है. धूप निकलने के बाद पानी में गंदगी होने के कारण इससे दुर्गंध देती है. इससे महामारी फैलने का भी आशंका रहती है. प्रत्येक वर्ष बरसात में इन लोगों को इस समस्या से रूबरू होना पड़ता है. जल निकासी के लिए नाला का निर्माण कर दिया जाए तो घरों में पानी नहीं घुसेगा.
कैनालों की सफाई नहीं : वार्ड से गुजरने वाली किंस कैनाल की सफाई अब तक शुरू भी नहीं की गई है. इन कैनालों से होकर वार्ड का पानी आसानी से निकल सकता है. अगर नाला निर्माण कर इसे कैनाल से जोड़ दिया जाए तो वार्ड में जलजमाव की समस्या नहीं रहेगी. लेकिन नप प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा है. हालांकि पार्षद द्वारा उन्हें बार-बार कहां जा रहा है. लेकिन इनके बात को अनसुनी कर दी जा रही है. हरेक वर्ष किंस कैनाल की सफाई होती थी जिससे थोड़ा बहुत पानी निकलता था. लेकिन इस बरसात अब तक सफाई भी शुरू नहीं की गई है.