जयपुर : राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और गहलोत के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. बताया नाराज चल रहे पायलट के संपर्क में 30 कांग्रेसी विधायक और कुछ निर्दलीय विधायक हैं.
इधर राजस्थान में आयी सियासी भूचाल को संभालने के लिए कांग्रेस नेताओं अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला को केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में जयपुर भेजा गया है. बताया जा रहा है कि ये सभी विधायकों के साथ बैठक और चर्चा करेंगे.
राजस्थान के लिए कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने रविवार को कहा कि राज्य में पार्टी के सभी विधायक उनके संपर्क में हैं और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. पांडे ने हैरानी भी जताई कि वो कौन विधायक हैं, जो कथित तौर पर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के पक्ष में खड़े हैं.
पायलट, जो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सत्ता संघर्ष में लगे हुए हैं, राज्य की इकाई में चिंता का कारण बने हुए हैं. उनसे अभी भी संपर्क नहीं हो सका है. पांडे ने कहा कि उन्होंने पिछले दो दिन से पायलट से बात नहीं की है और उनके लिए एक संदेश छोड़ा है.
उन्होंने कहा, कांग्रेस के सभी विधायक मेरे संपर्क में हैं और राजस्थान में सरकार स्थिर है और अपना कार्यकाल पूरा करेगी. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को राजस्थान के घटनाक्रमों से अवगत कराया गया है. उन्होंने कहा, मैंने पिछले दो दिन से पायलट से बात नहीं की है और मैं उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा हूं. मैंने उनके लिए संदेश छोड़े हैं.
पायलट को की गई कॉल और संदेशों का जवाब नहीं मिला है. सूत्रों ने बताया कि उनके प्रति वफादार कुछ विधायक इस समय राष्ट्रीय राजधानी में डेरा डाले हुए हैं और इनमें से कुछ गुड़गांव के निकट एक रिजॉर्ट में है. पांडे ने कहा कि सभी को राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) द्वारा की जा रही जांच में सहयोग करना चाहिए. एसओजी ने गहलोत सरकार को अस्थिर करने के लिए कांग्रेस विधायकों को प्रलोभन देने के कथित प्रयासों को लेकर दो लोगों के बीच टेलीफोन पर टैप की गई बातचीत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है.
उन्होंने कहा, सभी को राजस्थान एसओजी का सहयोग करना चाहिए. जांच में शामिल होने से कोई नुकसान नहीं होने वाला है. पांडे ने आरोप लगाया कि भाजपा राजस्थान में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा, उनकी कोशिश राजस्थान में अनिश्चितता का माहौल बनाने की है. लेकिन वे अपने प्रयासों में सफल नहीं होंगे.
Posted By – Arbind kumar mishra