जयपुर : राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. दिग्गज नेता और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने समर्थकों के साथ दिल्ली का रुख किया है, जिसके बाद गहलोत सरकार पर राजनीति संकट बढ़ते जा रहे हैं.
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के एक ट्वीट ने संकेत दे दिये हैं कि राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ सही नहीं चल रहा है. सिब्बल ने ट्वीट किया और कहा, अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं. कपिल सिब्बल ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘अपनी पार्टी के लिए चिंतित हूं, क्या घोड़ों के अस्तबल से निकलने के बाद ही हम जागेंगे?’ सिब्बल के इस ट्वीट के बाद से सियासी हलचल और तेज हो गयी है.
सिब्बल ने अपने ट्वीट में राजस्थान का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन उनकी टिप्पणी साफ लगता है कि वो राजस्थान के ही मुद्दे पर चिंतित हैं. सिब्बल ने इस ट्वीट के जरिए पार्टी नेतृत्व को जल्द से जल्द इस मामले पर कदम उठाने की ओर इशारा किया है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा नेता राज्य में उनकी निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी और पांच साल चलेगी. गहलोत ने यह भी कहा कि भाजपा के स्थानीय नेता अपने केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर राजस्थान में सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र रच रहे हैं. गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए मैंने सबको साथ लेकर चलने की कोशिश की. परंतु भाजपा के नेताओं ने मानवता और इंसानियत की सारी हदें तोड़ दी हैं. एक तरफ तो हम जीवन और आजीविका बचाने में लगे हैं तो दूसरी ओर ये लोग सरकार गिराने में लगे हैं.
उन्होंने कहा, हम लोग जहां महामारी से लड़ाई पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं वहीं ये (भाजपा नेता) लोग सरकार कैसे गिरे, किस प्रकार से तोड़ फोड़ करें … खरीद फरोख्त करें इन तमाम काम में लगे हैं. गहलोत ने कहा, राजस्थान में सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी …पांच साल चलेगी और अगला चुनाव जीतने की तैयारी में हम लग गए हैं.
Also Read: क्या सचिन पायलट अगले सिंधिया होंगे? सोशल मीडिया पर छाया ये सवाल, समझें-राजस्थान का सियासी हालात
गहलोत ने अपने संबोधन में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लिया. उन्होंने कहा, ‘सतीश पूनियां हो, राजेंद्र राठौड़ हों.. ये जिस तरह का खेल खेल रहे हैं राजस्थान में सरकार को गिराने के लिए अपने केंद्रीय नेताओं के इशारे पर … ये तमाम बातें जनता के सामने आ चुकी हैं. जनता समझ चुकी है. क्या वह इन तीनों को मुख्य किरदार मानते हैं यह पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ये तीन नाम तो मैंने इसलिए लिए क्योंकि तीन पदों पर बैठे हुए हैं इनके जो आका हैं दिल्ली में जिनकी में आलोचना हमेशा करता रहता हूं … चाहे वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हो या गृहमंत्री अमित शाह हों. वो सहन (टॉलरेट) नहीं कर पा रहे मुझे व मेरी सरकार को. इसलिए उनका लक्ष्य पूरा करने में इन तीनों में प्रतिस्पर्धा है.
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में भी मध्य प्रदेश जैसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, बकरा मंडी में जिस ढंग से बकरे बिकते हैं उसी ढंग से खरीदारी करके आप राजनीति करना चाहते हैं. यह इनकी बेशर्मी की हद है. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा, आज जो इनको घमंड है मोदी और अमित शाह को .. उसे देश की जनता समय आने पर चकनाचूर कर देगी.
गहलोत ने कहा, राजस्थान में सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी …पांच साल चलेगी और अगले चुनाव जीतने की तैयारी में हम लग गए हैं. राजस्थान सरकार अगला चुनाव जीतने की तैयारी में लग गयी है. उसी ढंग से हमने बजट पेश किए हैं और उसी ढंग से हम शासन दे रहे हैं. उसी ढंग से हम संकट की इस घड़ी में काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना वायरस संकट के समय राजस्थान सरकार के प्रबंधन की पूरे मुल्क में सराहना हुई और यह हम सभी के लिए गर्व की बात है … उस माहौल में सरकार को गिराने का प्रयत्न करना …. राजस्थान की जनता कभी माफ नहीं करेगी सबक सिखाएगी. उल्लेखनीय है कि विधायकों को प्रलोभन देकर राज्य की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयास के आरोप पर राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल (एसओजी) ने शुक्रवार को ही एक प्राथमिकी दर्ज की थी.
Posted By – Arbind kumar mishra