Rajasthan politics, Ashok gehlot: मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में सियासी भूचाल आ गया है. खबर आई है कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 18-20 कांग्रेस और निर्दलीय विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं. इधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस सूचना के बाद एक्टिव हो गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य में सरकार गिराने की साजिश चल रही है. दरअसल, राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश और विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर एसओजी की ओर से केस दर्ज किए जाने के एक दिन बाद शनिवार को सियासी घटनाक्रम तेजी से पलटा.
सुबह कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए तो शाम होते-होते मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने सभी मंत्रियों अपने आवास पर बुला लिया और बैठक की. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि दिल्ली में बैठे बीजेपी के केंद्रीय नेता कोरोना संकटकाल में भी साजिश रच रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच आपसी खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है. राजस्थान में अब कुछ वैसी ही स्थिति बनती दिख रही है, जैसे मध्यप्रदेश हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक तमाम विधायक पहले देश के अलग अलग शहरों के एक रिसोर्ट में ठहरे थे, और फिर बाद में पूरी सियासत ही बदल गयी. अब रिपब्लिक टीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि कांग्रेस के 16 और तीन निर्दलीय विधायक दिल्ली के आईटीसी होटल में ठहरे हैं. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार देर रात सभी मंत्रियों को फोन किया है.
इससे पहले 10 जुलाई को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने यह खुलासा करते हुए मुकदमा दर्ज किया कि ब्यावर के रहने वाले बीजेपी के एक स्थानीय नेता भरत मालानी और उदयपुर के क्षत्रिय महासभा के उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने दो मोबाइल नंबरों से कांग्रेस के नेताओं से संपर्क करने की कोशिश की है.
वहीं, बीजेपी के दो नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद एसओजी अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का भी बयान दर्ज करेगी. इसके लिए एसओजी ने गहलोत और पायलट से समय भी मांगा है. उधर भाजपा ने आरोप लगाया है कि कि यह कांग्रेस का अंदरूनी झगड़ा है. दोनों के आपसी विवाद में जबरदस्ती लोग बीजेपी को घसीट रहे हैं.
Posted By: Utpal kant