कार्यपालक दंडाधिकारी ने खुद खरीदा दस रुपये का स्टांप संचालक ने लिए 100 रुपये
कोडरमा : जिले में इ-स्टांप की जम कर कालाबाजारी हो रही है. खासकर प्रज्ञा केंद्र, ग्राहक सेवा केंद्र आदि जगहों पर इ-स्टांप के बदले मनमानी कीमत वसूला जा रहा है. इस तरह की मिल रही शिकायतों पर शनिवार को जिला प्रशासन की टीम ने जांच की तो मामला सही पाया गया.
ऐसे में झुमरीतिलैया शहर के ब्लॉक मोड़ के पास राधे-राधे कॉम्प्लेक्स में संचालित बैंक आफ इंडिया के ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) को सील कर दिया गया. यह कार्रवाई एसडीओ विजय वर्मा के नेतृत्व में की गयी. बताया जाता है कि इस सीएसपी संचालक के द्वारा स्टांप की कीमत मनमाने तरीके से लिए जाने की शिकायत एसडीओ को मिली थी.
उन्होंने शिकायत की जांच के लिए पहले कार्यपालक दंडाधिकारी पारस यादव को बतौर ग्राहक स्टांप खरीदने के लिए इस सीएसपी में भेजा. दंडाधिकारी ने संचालक से दस रुपये का स्टांप मांगा तो उनसे सौ रुपये लिये गये. वे स्टांप खरीद कर जैसे ही निकले एसडीओ के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने सीएसपी पर धावा बोल दिया. टीम की छापामारी से कुछ देर के लिए वहां हड़कंप मच गया.
एसडीओ ने सीएसपी संचालन में प्रथम दृष्टया गड़बड़ी व स्टांप की कालाबाजारी के आरोप में सीएसपी को सील करा दिया. संचालक विपिन कुमार पांडेय को अपना पक्ष रखने के लिए सोमवार को बुलाया गया है. एसडीओ ने बताया कि सीएसपी के संचालन को लेकर कहां से अनुमति मिली है और स्टांप बेचने को लेकर ये अधिकृत है या नहीं इन सभी बिंदुओं को लेकर संचालक को कागजात सहित बुलाया गया है. अगर कागजात की जांच में कुछ और गलत पाया गया तो कानूनी कार्रवाई होगी.