बलिया: बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों तथा राजकीय विद्यालयों में कक्षा एक से आठ तक पंजीकृत बच्चों को दो सेट यूनिफॉर्म मिलने की उम्मीद जग गयी है. समग्र शिक्षा अभियान के तहत शासन ने प्रथम चरण में परिषदीय व राजकीय विद्यालयों में पंजीकृत 179827 बच्चों के दो सेट ड्रेस के लिए 75 फीसदी धनराशि आठ करोड़ नौ लाख रुपये जारी कर दी है.
शेष 25 फीसदी राशि कपड़े की गुणवत्ता की जांच होने के बाद जारी होने की संभावना है. ऐसे में सप्ताहभर के भीतर बच्चों को ड्रेस वितरित करने का निर्णय लिया गया है. पाठ्यपुस्तकोंं की भांति ही ड्रेस भी घर-घर बच्चों को वितरित करने की योजना बनायी गयी है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस बार जनपद के दो ब्लॉकों के स्कूली बच्चों को खादी की ड्रेस वितरित की जायेगी. ऐसे में चोलापुर व आराजी लाइन के बच्चों को इस बार खादी के कपड़े की ड्रेस पहनेंगे. खादी के कपड़े का क्रय करने के लिए ऑर्डर भी दिया जा चुका है. वहीं नगर सहित अन्य ब्लॉकों में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के माध्यम से ड्रेस का कपड़ा भी क्रय किया जा रहा है.
ड्रेस बनाने की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दी गयी
ड्रेस बनाने की जिम्मेदारी इस बार स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दिया गया है. बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि कई ब्लॉकों में ड्रेस बनवाने का काम एक साथ चल रहा है. कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय, माध्यमिक विद्यालय से संबद्ध प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल, सहायता प्राप्त मदरसों में कक्षा एक से आठ तक के करीब 2.62 लाख बच्चों को दो सेट मुफ्त यूनिफॉर्म वितरित किया जाना है. ड्रेस के लिए 300 रुपये प्रति सेट की दर से 75 फीसदी धनराशि शासन ने अवमुक्त भी कर दी है.