Flipkart, Amazon, country of origin, DPIIT: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए वोकल फॉर लोकल का नारा दिया है. इसी कड़ी में पिछले दिनों खबर आयी थी कि अब ऑनलान खरीदारी करने पर ई-कॉमर्स कंपनियों को प्रोडक्ट्स के बारे में बताना होगा कि वह कहां बना ‘कंट्री ऑफ ओरिजिन’ (country of origin) है. Amazon और Flipkart जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों ने इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी है. अगर सबकुछ सही रहा तो एक अगस्त से इसे लागू कर दिया जाएगा.
इसे लेकर DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) ने ई-कॉमर्स कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बैठक की थी. DPIIT चाहता है कि इसे हर हाल में इस महीने के अंत तक लागू कर दिया जाए. अमेजन और फ्लिपकार्ट ने इस बदलाव को लेकर बैक-एंड पर तैयारी शुरू कर दी है.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ई-कॉमर्स कंपनियों की तरफ से कहा गया कि उनके प्लैटफॉर्म पर 10 मिलियन से ज्यादा प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं. ऐसे में इस काम को पूरा करने के लिए उन्हें कम से कम दो-तीन महीने का समय चाहिए होगा. ऐसे में शुरुआत में अलग-अलग कैटेगरीज के सामानों पर country of origin की जानकारी दी जाएगी और इस प्लान पर तेजी से आगे बढ़ा जाएगा.
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‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को बढ़ाने के मकसद से सरकार ने हाल ही में बड़ा फैसला किया है. सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) पर प्रोडक्ट रजिस्टर करने के लिए ‘कंट्री ऑफ ओरिजिन’ बताना जरूरी होगा. सभी विक्रेताओं को अपने प्रोडक्ट के मूल देश (country of origin) की जानकारी देनी ही होगी. प्रोडक्ट के बारे में सभी जानकारी और प्रोडक्ट के मूल देश की जानकारी नहीं देने पर प्रोडक्ट को GeM प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा.
Posted By – Rajeev Kumar