Amarnath Yatra 2020: कोरोना महामारी संकट के कारण देश में सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों पर रोक लगी हुई है, लेकिन अमरनाथ यात्रा को मंजूरी दी जा सकती है. रिपोर्ट है कि सरकार बहुत कम संख्या में श्रृद्धालुओं को बाबा अमरनाथ के दर्शन को मंजूरी दे सकती है. अभी इस बारे में मंथन चल रहा है. अमरनाथ यात्रा को लेकर अंतिम निर्णय अगले सप्ताह लिया जा सकता है.कोरोना की चुनौतियों के बीच सरकार अमरनाथ यात्रा को संपन्न कराने के लिए विकल्पों की तलाश में जुट गई है.
पीएमओ में राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि एक दिन में केवल 500 यात्रियों को अनुमति देने पर विचार चल रहा है. इसके साथ ही सरकार 21 जुलाई से यात्रा प्रारंभ करने पर विचार कर रही है. अमरनाथ यात्रा के साथ ही बैठक में वैष्णो देवी को यात्रियों के लिए खोलने के मुद्दे पर विचार किया गया.
स्थानीय प्रशासन ने बताया कि वैष्णो देवी मंदिर 31 जुलाई तक के लिए यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया है. उसके बाद उसे खोलने पर विचार किया जा सकता है. इसके तहत पहले स्थानीय निवासियों को दर्शन की अनुमति दी जा सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से बताया गया है कि राज्य में कोरोना की स्थिति गंभीर बनी हुई है और लगभग 9000 हजार लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं. इसके कारण राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों को बड़े पैमाने पर कोरोना के इलाज में लगाया गया है.
अर्धसैनिक बलों के डाक्टरों को भी विभिन्न कोरोना अस्पतालों में लगाया गया है. जबकि दुर्गम पहाड़ी रास्ते में यात्रा के दौरान यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जाहिर है यात्रियों की बड़ी संख्या की देखभाल के लिए पर्याप्त डाक्टरों को उपलब्ध कराना मुश्किल होगा.